न्यूज डेस्क । कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर से अपनी पार्टी को मुसीबत में डाल दिया है । एक बार फिर से सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर दिग्विजय सिंह ने एक विवादित बयान दे डाला है , जिसे लेकर अब कांग्रेस उनसे बयान से किनारा करती नजर आ रही है । दिग्विजय सिंह द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक पर फिर से सवाल उठाए जाने का देशभर में विरोध होने के बाद आज कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने उनके बयान को पार्टी से इतर उनका निजी बयान करार दिया है । राहुल गांधी ने एक पत्रकार वार्ता में कहा कि सेना के शौर्य पर किसी को कोई शक नहीं है । सेना कुछ भी करे उसे सबूत देने की जरूरत नहीं है । हालांकि इस दौरान राहुल गांधी ने मोदी सरकार और भाजपा पर जमकर निशाना साधा ।
क्या बोले थे दिग्विजय सिंह
बता दें कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान दिग्विजय सिंह ने कहा था कि केंद्र की मोदी सरकार ने पाकिस्तान के साथ लगने वाली नियंत्रण रेखा- एलओसी पर भारत द्वारा 2016 में की गई सर्जिकल स्ट्राइक का कोई सबूत नहीं दिया है। केवल झूठ के पुलिंदे पर यह राज कर रहे हैं । ये यह सरकार सर्जिकल स्ट्राइक की बात करती है कि हमने इतने लोग मार गिराए, लेकिन प्रमाण कुछ नहीं है । इसकी जानकारी ना संसद में पेश की गई और ना ही सार्वजनिक की गई । उनके इस बयान पर एक बार फिर से सियासी पारा चढ़ गया है ।
राहुल गांधी ने बयान से किया किनारा
उनके इस बयान को लेकर कांग्रेसी नेता राहुल गांधी ने कहा - मैं दिग्विजय सिंह के बयान से सहमत नहीं हूं । यह कांग्रेस की सोच नहीं है , यह बयान दिग्विजय सिंह का निजी बयान है । सेना के शौर्य पर कोई शक नहीं है , सेना कुछ भी करे उसे किसी तरह का सबूत देने की जरूरत नहीं है । भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि देश में अभी नफरत का माहौल है । जम्मू-कश्मीर में उन्होंने कहा कि लोगों के बीच जाकर उनका दर्द समझा है ।
जम्मू कश्मीर को राज्य का दर्जा देना चाहिए
इस दौरान एक बार फिर से राहुल गांधी अपनी पार्टी के पुराने राग को अलापते नजर आए । उन्होंने जम्मू -कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश के बजाए राज्य का दर्जा दिए जाने की बात कही । उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने देश को आजादी दिलाई थी , इस पार्टी ने देश में कई संस्थानों को अस्तित्व में लाने में अहम भूमिका निभाई । कांग्रेस की विचारधारा से देश बना है , जब हम अंग्रेजों से लड़ रहे थे , तब भाजपा और आरएसएस के लोग अंग्रेजों के साथ खड़े हैं । भाजपा देश में नफरत फेला रही है ।