नई दिल्ली । देश में कोरोना के बिगड़ते हालात के बीच हाल में इस महामारी में संक्रमित हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने नरेंद्र मोदी सरकार पर दोहरा हमला बोला है । जहां राहुल गांधी ने कटाक्ष मारते हुए केंद्र सरकार की वैक्सीन रणनीति की तुलना मोदी सरकारी की ही नोटबंदी से की । वहीं प्रियंका गांधी ने कहा कि सरकार के पास कोरोना से निपटने के लिए पर्याप्त समय था लेकिन पिछले कुछ महीनों में सरकार ने कुछ भी तैयारी नहीं की । हर जगह से लोगों के रोने की रिपोर्ट आ रही है, लेकिन ये चुनावी रैलियों में जाकर हंस रहे हैं ।
विदित हो कि कोरोना काल में इस वायरस की दूसरी लहर को पीएम मोदी ने अपने राष्ट्र के नाम संबोधन में तूफानी लहर करार दिया । उन्होंने कहा कि हमें इस सबसे एक बार फिर से उभरना होगा , जिसके लिए हमें अपने संकल्प , अपने हौंसले को ऊंचा रखना होगा । लेकिन इससे इतर कांग्रेस के दो दिग्गज नेताओं ने पीएम मोदी और उनकी सरकार पर जमकर निशाना साधा है ।
राहुल ने ट्वीट करते हुए लिखा केंद्र सरकार की वैक्सीन रणनीति नोटबंदी से कम नहीं है.. आम लोग लाइनों में लगेंगे.. धन, स्वास्थ्य और जान का नुकसान झेलेंगे..और अंत में सिर्फ कुछ उद्योगपतियों का फायदा होगा ।
वहीं प्रियंका गांधी ने कहा, "आप आज भी चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं. रैलियों में हंस रहे हैं. सब तरफ से लोगों के रोने की रिपोर्ट आ रही है । लोग मदद की गुहार लगा रहे हैं , लेकिन आप बड़ी-बड़ी रैलियों में जाकर हंस रहे हैं । हंस कैसे सकते हैं । समझ में ही नहीं आ रहा कि ये सरकार क्या कर रही है? शमशान घाटों पर इतनी भीड़ लगी है, लोग कूपन लेकर खड़े हैं । हम इस स्थिति में सोच रहे हैं कि हम क्या करें । जो सरकार को करना चाहिए था, वो सरकार नहीं कर रही है ।"
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार के पास कोरोना की पहली और दूसरी लहर के बीच कई महीनों का समय था । हम इस संकट से निपटने के लिए पहले से तैयारी कर सकते थे । हमारा देश ऑक्सीजन का सबसे बड़ा निर्माता है, फिर भी ऑक्सीजन की कमी हो रही है । क्योंकि ट्रांसपोर्ट करने की सुविधा नहीं बनाई गई है । सरकार के पास 8-9 महीने थे।
उन्होंने कहा कि हाल में किए गए सर्वे बताते रहे कि कि देश में कोरोना की दूसरी लहर आने वाली है, आपने उसे नजरअंदाज किया । आज ऑक्सीजन के ट्रांसपोर्ट के लिए देश में सिर्फ 2000 ट्रक ही हैं. मतलब, देश में ऑक्सीजन है लेकिन पहुंच नहीं पा रही है ।"
वह बोलीं , हर कोई रेमडेसिवीर दवा मांग रहा है । पिछले 6 महीनों में 1.1 मिलियन रेमडेसिवीर के इंजेक्शन निर्यात कर दिए गए । इसलिए आज हमारे पास नहीं है । ऐसे ही पिछले 6 महीनों में 6 करोड़ वैक्सीन डोज एक्सपोर्ट किए गए । सरकार ने अपने देश के लोगों को प्राथमिकता न देते हुए इन आवश्यक दवाओं को एक्सपोर्ट करना जारी रखा , जिसके चलते आज यह स्थिति आ गई है ।