जयपुर । देश में पिछले दिनों से रेप के कुछ मामलों को लेकर जारी सियासी बयानबाजी और घमासान के बीच राजस्थान के डीजीपी भूपेंद्र सिंह यादव का एक बयान आया है , जो काफी सुर्खियों में है । असल में डीजीपी ने हालिया घटनाक्रमों और उस पर देश में नाराजगी पर कहा कि अब संपत्ति विवाद या आपसी विवाद को निपटाने के लिए भी दुष्कर्म के भी क्रास केस दर्ज हो रहे हैं । यह अपने विरोधी को दबाने का एक नया चलन शुरू हो गया है । इस सब के चलते पीड़ित को भी न्याय मिलने में देरी होती है, ये है एक गंभीर मसला है । आलम यह है कि इन दिनों इंटरनेट पर अपराधिक सामग्रियां भी काफी मात्रा में प्रसारित हो रही हैं, जो पूरी तरीके से वर्जित है ।
बता दें कि हाथरस कांड को लेकर जहां कांग्रेस यूपी की योगी सरकार पर हमलावर है , वहीं भाजपा नेताओं का कहना है कि कांग्रेसी नेता राहुल गांधी और प्रियंका , राजस्थान में हुए रेप के मामलों में और दोषियों की सजा के लिए राजस्थान में क्यों नहीं पीड़ित परिवारों से मिलने जा रहे हैं । इस सबके बीच राजस्थान के डीजीपी भूपेंद्र सिंह यादव का बयान आया है ।
उन्होंने कहा - राजस्थान में हिंसक अपराध बढ़ रहे हैं, जिसके कई कारण हो सकते हैं । इसमें जनसंख्या, बेरोजगारी और इंटरनेट से अपराधिक गतिविधियों की प्रेरणा लेना शामिल है । हालांकि हम इस बात पर जोर दे रहे हैं कि कैसे प्रदेश के बच्चों को ज्यादा से ज्यादा शिक्षित किया जाए । इतना ही नहीं उनके परिजनों को भी इस बारे में समझाया जाए ।
उन्होंने पुलिस कर्मियों की शिकायतों पर कहा कि इसका अहम कारण यह है कि हर आदमी पुलिसकर्मी से अपेक्षा रखता है और यह जरूरी नहीं कि कोई हर आदमी शालीन हो । शालीन होने के लिए किसी भी रैंक का कोई ताल्लुक नहीं है । जो गलती करता है और गलती करते पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होती है ।
हालांकि अपराध में इंटरनेट की भूमिका पर उन्होंने कहा कि पुलिस ने अपने स्तर पर दर्जनों साइटों को हटाया है। लेकिन बावजूद इसके हर रोज नई-नई साइट बन जाती है। हम इन पर पूरी तरह नजर रख रहे हैं । हम साइबर क्राइम को रोकने के लिए नई कार्ययोजना बना रहे है। इसके लिए नई सेल का गठन किया गया है । इसमें बाहर के भी कई एक्सपर्ट लोगों को शामिल किया गया है।