नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा कर दी है , जिनका विरोध करते हुए पिछले एक साल से ज्यादा समय से आंदोलनकारी किसान सड़कों पर बैठे थे । हालांकि पीएम मोदी के इस फैसले से किसान भी हैरान है । किसान नेता राकेश टिकैत का कहना है कि बिना कानून रद्द वाले पेपर लिए हम नहीं हटेंगे । उन्होंने कहा कि इस समय पीएम मोदी शहद से भी ज्यादा मीठा बोल रहे हैं । उन्होंने ऐसी भाषा का उपयोग किया है कि शहद को भी फेल कर दिया है । हलवाई को तो ततैया भी नहीं काटता है , फिर वह ऐसे ही मक्खियों को उड़ाता रहता है । उन्होंने कहा हम बिना बातचीत किसे ऐसे कैसे आंदोलन खत्म करें और चले जाएं । हम सभी बड़े मुद्दों को सुलझाने के बाद ही आंदोलन खत्म करने पर फैसला लेंगे ।
कल बात करनी पड़ी तो किससे करेंगे
विदित हो कि पीएम मोदी के तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने का ऐलान करने के बाद देशभर में आंदोलनकारी किसानों ने खुशी जताई है । हालांकि संयुक्त किसान मोर्चा अब अपनी अगली रणनीति को अंजाम देने की योजना बनाता नजर आ रहा है । संयुक्त किसान मोर्चा ने अभी आंदोलन को खत्म करने का ऐलान नहीं किया है । मोर्चा के प्रवक्ता राकेश टिकैत का कहना है कि बिना कानून रद्द के पेपर लिए बिना वह आंदोलन खत्म नहीं करेंगे । उन्होंने कहा कि किसानों के अभी कई मुद्दों पर सरकार से बात करनी है । उन्होंने कहा कि अभी तक साफ नहीं है कि अगर हमें कल सरकार से बातचीत से बात करनी पड़ी तो किससे करेंगे ।
बस हमारा काम हो जाए...
उन्होंने कहा कि इस तरह की बातें हो रही हैं कि कुछ राज्यों में विधानसभा चुनावों के चलते सरकार ने यह फैसला लिया है , लेकिन हमें इस सब से क्या मतलब , न ही कुछ लेना , बस हमारा काम हो जाए , हम तो इतना ही चाहते हैं । सरकार बिना फंसे कहां बात मानने वाली है , अगर सरकार बिना फंसे बात मानती है तो हमें बता दो । इस दौरान उन्होंने कहा कि हम तो पूंछ फंसा कर रखेंगे ।
अब हम एमएसपी पर बात करेंगे
टिकैत ने कहा कि अभी आधे रेट पर फसल बिक रही है । हम क्यों इस रेट पर फसल बेचे । तीनों कानूनों के बाद अब हम एमएसपी पर बात करेंगे । हमने तो अभी स्वामीनाथन कमेटी की बात ही नहीं की । अभी तो एमएसपी को लागू करने की व्यवस्था ही सही नहीं है । हम भी तो यही करते आए हैं कि इसके लिए एक कानूनी व्यवस्था बना दो ।
मोर्चा की बैठक में तय होगा आंदोलन कब खत्म होगा
अपने तेवरों से टिकैत ने जल्द में आंदोलन के खत्म होने की संभावनाओं को खारिज किया । उन्होंने कहा कि सरकार को एमएसपी पर तो कुछ ठोस तय करना ही होगा । सरकार क्या हमें लूटेगी । वह बोले कि अभी संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक होगी , जिसके बाद हम तय करेंगे कि आखिर हमें अपना आंदोलन कब खत्म करना है । हम कब अपने घर जाएंगे ।