नई दिल्ली । भारतीय रिजर्व बैंक (RBI ) ने एक बार फिर से सस्ते कर्ज का रास्ता खोल दिया है । पिछले दो दिनों से चली आ रही मॉनिट्री पॉलिसी कमेटी (Monetary Policy Committe) की बैठक के बाद शुक्रवार दोपहर आरबीआई ने क्रेडिट पॉलिसी का ऐलान किया । इस पॉलिसी के तहत आपके लोन की EMI में अभी किसी तरह की राहत नहीं मिलने जा रही है । रिजर्व बैंक ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है । आरबीआई ने रेपो रेट 4% और रिवर्स रेपो रेट 3.35% परसेंट पर बरकरार हैं । RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने महंगाई से लेकर GDP ग्रोथ तक रिजर्व बैंक के अनुमान जाहिर किए हैं ।
कोरोना के काले साए से निकल रही अर्थव्यवस्था
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा - देश की इकोनॉमी अब कोरोना के साये से बाहर निकल रही है । ऐसी उम्मीद है कि चालू वित्तवर्ष की आखिरी तिमाही में जीडीपी पॉजिटिव जोन में आ जाए । उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष में अर्थव्यवस्था में 9.5 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है । उन्होंने कहा, ‘‘अप्रैल-जून तिमाही में अर्थव्यवस्था में आई गिरावट अब पीछे रह गई है और अर्थव्यवस्था में उम्मीद की किरण दिखने लगी है ।’’
जीडीपी में 9.5 फीसदी की गिरावट
RBI गवर्नर बोले - जीडीपी में चालू वित्त वर्ष में 9.5 प्रतिशत की गिरावट आने का अनुमान है । हालांकि, चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में अर्थव्यवस्था में तेजी आएगी और जनवरी-मार्च तिमाही में यह पॉजिटिव दायरे में पहुंच सकती है ।
फिर मिलेगा सस्ता लोन!
बता दें कि RBI ने रेपो रेट को 4 परसेंट पर बरकरार रखा है , हालांकि गत फरवरी 2019 से अब तक MPC ने रेपो रेट में 2.50 फीसदी की बड़ी कटौती कर चुका है । अब भले ही रेपो रेट में कोई बदलाव न हुआ हो, लेकिन रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांता दास ने कहा होमलेन की दरें घटाने पर फोकस होगा । इसके लिए नए हाउसिंग लोन पर रिस्क वेटेज 31 मार्च 2022 तक के लिए घटाया गया है ।
नए OMO का ऐलान
केंद्रीय बैंक ने इस दौरान अगले हफ्ते 20 हजार करोड़ रुपये के OMO (Open Market Operation) का ऐलान किया । OMO का मतलब होता है कि RBI रुपये की लिक्विडिटी की स्थिति को बनाए रखने के लिए बाजार में सरकारी सिक्योरिटीज (G-Sec) की खरीद फरोख्त करता है । जब RBI को लगता है कि बाजार में लिक्विडिटी ज्यादा है या कम है तो वो सिक्योरिटीज को बेचकर या खरीदकर कंट्रोल करता है । RBI ने कहा कि फाइनेंस नियमों को और आसान बनाने की कोशिश भी जारी है ।
अब 24 घंटे सातों दिन RTGS
आरबीआई गवर्नर ने इस दौरान कहा कि आगामी दिसंबर से लोगों को RTGS यानी Real Time Gross Settlement पैसे ट्रांसफर करने में बड़ी सुविधा मिलने वाली है । दिसंबर 2020 के बाद 24 घंटे और सातों दिन काम करेगा । RTGS की सेवाएं फिलहाल कामकाजी दिनों में सुबह 7 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक ही काम करती हैं ।
जानें आरबीआई के फैसलों को विस्तार से
- रिजर्व बैंक आने वाले दिनों में ब्याज दरों में कमी कर सकता है । इससे संकेत मिलते हैं कि RBI कर्ज को और सस्ता कर सकता है ताकि लोगों में खर्चों की रफ्तार बढ़ाई जा सके ।
- बकौल आरबीआई गवर्नर - वित्त वर्ष 2021 के दौरान GDP की ग्रोथ 9.5 परसेंट की कमी आई, लेकिन चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च 2021) से GDP में सुधार दिखना शुरू होगा ।
- उन्होंने कहा कि सितंबर की खाद्य महंगाई दर बढ़ना संभव है । अक्टूबर के महंगाई आंकड़ों में सुधार दिखेगा