न्यूज डेस्क । रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने बुधवार को आखिरी क्रेडिट पॉलिसी के फैसलों का ऐलान किया । इस दौरान आरबीआई ने रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट का इजाफा किया । इसके साथ ही रेपो रेट 6.25 प्रतिशत से बढ़कर 6.50 प्रतिशत पर पहुंच गया है । इससे पहले केंद्रीय बैंक ने रेपो रेट में 35 बेसिस प्वाइंट का इजाफा किया था । आरबीआई गवर्नर ने मौद्रिक समीक्षा नीति की घोषणा करते हुए बताया कि छह सदस्यों में से चार ने रेपो रेट बढ़ाने के पक्ष में मतदान किया । इस तरह लगातार 6 बार दरें बढ़ाकर आरबीआई ने कुल 2.50 फीसदी का इजाफा रेपो रेट में कर दिया है और ये 6.50 फीसदी पर आ गया है ।
आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shaktikanta Das) ने सुबह 10 बजे से एमपीसी की बैठक के नतीजों के बारे में जानकारी दी है । इसमें रेपो रेट को लेकर घोषणा कर दी गई है और उन्होंने बैंकों को दिए जाने वाले कर्ज की दरों में 0.25 फीसदी का इजाफा कर दिया है । उन्होंने कहा - एमपीसी के 6 सदस्यों में से 4 सदस्यों ने इसके पक्ष में वोट किया । रेपो रेट में ये बढ़ोतरी लगातार छठी बार है जब क्रेडिट पॉलिसी में आरबीआई ने इजाफा किया है । .
ब्याज दर बढ़ाने के साथ ही शक्तिकांत दास ने दूसरी तरफ एक खुशखबरी भी दी है । यह खबर जरूर लोगों के लिए राहत भरी कही जाएगी । आरबीआई की तरफ से खुदरा महंगाई (Retail Inflation) चौथी तिमाही में 5.6 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया गया है । इससे पहले दिसंबर में महंगाई दर के 6.7 प्रतिशत पर रहने की उम्मीद जताई गई थी । महंगाई में नरमी आने का फायदा करोड़ों देशवासियों को मिलेगा ।
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि मौद्रिक नीति समिति उदार रुख को वापस लेने पर ध्यान देने के पक्ष में है । उन्होंने कहा कि आने वाले समय में कमजोर वैश्विक मांग, मौजूदा आर्थिक माहौल घरेलू वृद्धि को प्रभावित कर सकता है । वित्तीय वर्ष 2022-23 में इकोनॉमिक ग्रोथ 7 प्रतिशत रहने का अनुमान है । इसके साथ ही केंद्रीय बैंक ने चालू वित्त वर्ष 2022-23 के लिए जीडीपी (GDP) की वृद्धि दर के अनुमान को 6.8 प्रतिशत से बढ़ाकर 7 प्रतिशत कर दिया है ।
आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि ग्लोबल इकोनॉमी और महंगाई के आंकड़ों में हो रहा उतार चढ़ाव भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी असर डाल रहा है । भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है लेकिन ग्लोबल चुनौतियां हमारे सामने हैं और उनके मुताबिक फैसले लेने होते हैं । आरबीआई गवर्नर ने कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 में महंगाई दर के 4 फीसदी के दायरे से ऊपर रहने की संभावना है । आरबीआई ने MSF रेट बढ़ाकर 6.75 फीसदी कर दिया है और इसमें भी 0.25 फीसदी का इजाफा हुआ है । एमएसएफ को 6.50 फीसदी से बढ़ाकर 6.75 फीसदी पर ले आया गया है ।