नई दिल्ली । गणतंत्र दिवस परेड को लेकर दिल्ली में तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं । इस अवसर पर आतंकी हमले के अलर्ट के बाद देश की सुरक्षा एजेंसियां ओर दिल्ली पुलिस के करीब 28 हजार अफसर और जवान दिल्ली के चप्पे चप्पे पर तैनात हो गए हैं । दिल्ली को एक अभेद किले में तब्दील कर दिया गया है । इस दौरान दिल्ली पुलिस सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को ''क्या करें - क्या न करें '' का संदेश दे रहे हैं । इतना ही नहीं दिल्ली में बस अड्डे , मेट्रो स्टेशनों - होटलों में जांच अभियान तेज कर दिया है । इसके साथ ही दिल्ली के सभी बॉर्डर पर भी सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है ।
केंद्रीय सुरक्षाबलों की 65 कंपनियां तैनात
दिल्ली पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने इस बाबत बताया कि इस बार राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था के लिए दिल्ली पुलिस के अलग-अलग रैंक और शाखाओं के 27,723 जवानों को तैनात किया गया है । जानकारी के अनुसार केंद्रीय सुरक्षाबलों की 65 कंपनियों के जवान भी दिल्ली पुलिस की सहयता के लिए तैनात होंगे । आयुक्त अस्थाना ने कहा कि दिल्ली हमेशा से आतंकियों के निशाने पर रही है इसलिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं ।
दिल्ली के एक्टिज प्वाइंट पर नाकेबंदी
उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस से पहले सुरक्षा व्यवस्था के लिए राष्ट्रीय राजधानी में 27,723 से अधिक जवानों को तैनात किया गया है । इस समय शहर में आतंकवाद विरोधी उपायों को तेज कर दिया गया है । अस्थाना ने यह भी कहा कि पिछले 15 दिनों में, शहर के कुछ हिस्सों में अलग-अलग एक्जिट प्वाइंट्स पर पर वाहनों की जांच और नाकेबंदी तेज कर दी गई है, ताकि अगर कोई आवाजाही होती है, तो हम आसानी से उसकी जांच और सत्यापन कर सकें ।
जनता से अपील
उन्होंने कहा कि हमारी पुलिस सोशल मीडिया के जरिए जनता से 'क्या करें और क्या न करें' के बारे में बता रहें हैं । बताया जा रहा है कि किसी भी लावारिस बैग या अन्य वस्तुओं के बारे में सतर्क रहने के लिए कहा गया है । उन्होंने यह भी कहा कि इसका प्रभाव पड़ा है क्योंकि हमें अपने पुलिस नियंत्रण कक्षों में प्रतिदिन ढेरों कॉल आ रही हैं । हमें जनता से इस तरह के इनपुट मिल रहे हैं और फिर हम उन्हें क्रॉस-चेक करते हैं । उन्होंने यह भी कहा कि ट्रैफिक डायवर्जन और व्यवस्थाओं के बारे में एक विस्तृत सलाह पहले ही जारी की जा चुकी है ।