बेंगलुरु । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) में शनिवार को एक बड़ा बदलाव हुआ है । असल में संघ की सर्वोच्च इकाई अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक में सरकार्यवाह भैय्याजी जोशी को पद से मुक्त करते हुए उनकी जगह सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले को यह जिम्मेदारी दी गई है । होसबोले 2009 से संघ के सह सरकार्यवाह हैं। संघ की ओर से बयान आया है कि खुद भैय्याजी जोशी ने पदमुक्त होने की इच्छा व्यक्त की थी , जिसके बाद यह फैसला लिया गया है ।
विदित हो कि आरएसएस की अहम बैठक के दूसरे और अंतिम दिन एक अहम फैसला लेते हुए दत्तात्रेय होसबोले को सरकार्यवाह चुना गया । 66 वर्षीय होसबोले कर्नाटक के शिमोगा जिले से आते हैं । वह साल 1968 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े थे । आपातकाल के दौरान वह गिरफ्तारी भी हुए थे । असम में यूथ डेवलपमेंट सेंटर को विकसित करने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है ।
आरएएसस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख अरुण कुमार ने कहा कि भैय्याजी जोशी ने इच्छा प्रकट की थी कि वह 12 सालों से इस दायित्व को संभाल रहे हैं और अब ये जिम्मेदारी किसी युवा को दी जानी चाहिए । इस सबके बाद होसबोले को तीन वर्षों के लिए सर्वसम्मति से चुना गया है और अब वह संघ में नंबर दो के ओहदे पर पहुंच गए हैं । उन्होंने कहा कि भैय्याजी जोशी ने भी उम्र की वजह से ये निर्णय किया है , हालांकि उनका स्वास्थ्य बिल्कुल ठीक है ।
बता दें कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक में संघ के कामकाज की समीक्षा की गई । साथ ही देश में इसके कामकाज का विस्तार करने पर चर्चा भी हुई। इससे पहले संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख अरुण कुमार ने कहा था कि एबीपीएस (अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा) पिछले तीन साल में किए गए कार्यों की समीक्षा करेगी और अगले तीन साल में किये जाने वाले कार्यों पर चर्चा करेगी।