मुंबई । महाराष्ट्र की सत्तारूढ़ शिवसेना में दो फाड़ होना तय हो गया है । बागी कहे जाने वाले एकनाथ शिंदे ने अपने साथ 37 शिवसेना के विधायकों समेत कुल 50 विधायक होने का दावा किया है , जिसके बाद पार्टी के दिग्गज नेताओं को कुछ सूझ नहीं रहा है । इस सबके बीच पार्टी प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने फिर एक बयान देकर हंगामा खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार को धमकी दी गई है, जिस भाषा का इस्तेमाल किया गया, वो हमें मंजूर नहीं हैं । इस सबके पीछे भाजपा है और एक कंद्रीय मंत्री सरेआम शरद पवार को धमकी दे रहे हैं ।
असल में संजय राउत ने एक ट्वीट करते हुए लिखा - भाजपा के एक केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि अगर महाविकास अघाडी सरकार को बचाने की कोशिश की गई तो शरद पवार को घर नहीं जाने दिया जाएगा । राउत ने आगे कहा कि एमवीए सरकार बचे या नहीं, शरद पवार के लिए ऐसी भाषा का इस्तेमाल स्वीकार्य नहीं है। भाजपा सरकार के मंत्री द्वारा शरद पवार जी को धमकियां दी जा रही हैं । क्या ऐसी धमकियों को मोदी जी और अमित शाह जी का समर्थन है? हम (बागी) विधायकों को अयोग्य ठहराने के लिए कार्रवाई कर रहे हैं ।
इस बीच बागी विधायकों पर संजय राउत ने कहा कि लोकतंत्र में आंकड़े चलते हैं, जो MVA के पास है । मुझे पूरा भरोसा है कि विधानसभा में जब बहुमत साबित करना होगा तब हम जीतेंगे । वह बोले - शिंदे गुट हमें चुनौती दे रहा है , उन्हें समझना चाहिए कि शिवसैनिक अभी सड़क पर नहीं उतरे हैं । यह दो तरह से होता है एक कानूनी और दूसरा सड़क पर । जरूरत पड़ी तो शिवसैनिक सड़क पर भी उतरेंगे । उन्होंने कहा कि शिवसेना एक महासागर है । लहरें आती हैं, जाती हैं, लेकिन हम ऐसे लहरों से नहीं डरते ।
इसी क्रम में एकनाथ शिंदे ने शुक्रवार को लगभग 12 निर्दलीय और छोटे दलों के अलावा 50 से अधिक विधायकों के समर्थन का दावा किया है । गुवाहाटी में मीडिया से बात करते हुए, शिंदे ने शरद पवार द्वारा जारी 'चेतावनी' को आड़े हाथ लेते हुए कहा, "हम इस तरह की धमकियों से डरते नहीं हैं । हम जो कुछ भी कर रहे हैं वह बिल्कुल कानूनी है । हमारे पास सभी विधायकों के हलफनामे हैं कि वे स्वेच्छा से हमारे साथ शामिल हुए हैं । बहुमत संख्या हमारे पास है । 40 से अधिक शिवसेना विधायक और 12 निर्दलीय और अन्य भी हमारे समर्थन में है ।