मुंबई । भारतीय जनता पार्टी के उत्तराखंड - कर्नाटक के बाद गुजरात के मुख्यमंत्री को बदलने की कवायद के बीच शिवसेना ने एक बार फिर से अपनी पुरानी सहयोगी पार्टी भाजपा पर तंज कसा है । शिवसेना (Shiv Sena) ने अपने मुख्यपत्र सामना के जरिए भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा - जेपी नड्डा (JP Nadda) को भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने के बाद से पार्टी में लगातार बदलाव हो रहे हैं और ये सिलसिला अभी तक रुका नहीं है। पीएम मोदी के मन में जो है, वो जेपी नड्डा के जरिए करवाया जा रहा है । मोदी है तो मुमकिन है ।
सामना के संपादकीय में लिखा गया है कि नड्डा के ही जरिए उत्तराखंड व कर्नाटक के मुख्यमंत्री बदले गए. गुजरात का मुख्यमंत्री भी एक झटके में बदल दिया गया । इतना ही नहीं गुजरात में तो पूरा मंत्रिमंडल ही एक झटके में बदल दिया गया है । इस दौरान जिन 24 मंत्रियों ने शपथ ली है, वे सभी पहली ही बार मंत्री बने हैं . मोदी-नड्डा ने ऐसा झटका दिया है कि राजनीति में कुछ भी असंभव नहीं है ।
शिवसेना के मुखपत्र ने अपने संपादकीय में लिखा है कि आगामी विधानसभा चुनाव में इस प्रयोग से उपजे दुष्प्रभाव से पार्टी को असंतोष का जो झटका लगेगा उससे गुजरात में भाजपा को नुकसान होने वाला है ।
सामना के मुताबिक, ' पीएम नरेंद्र मोदी के राष्ट्रीय राजनीति का सूत्रधार बनते ही भाजपा के वरिष्ठ नेताओं और दिग्गजों को मार्गदर्शक मंडल में डाल दिया गया । हाल ही में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में पुनर्गठन में कई पुराने लोगों को मोदी जी ने घर का रास्ता दिखाकर नए लोगों को जगह दी ।
सामना के मुताबिक, 'हालात तेजी से बदल रहे हैं । बीते कुछ महीने में असम को छोड़ दें तो बंगाल, केरल और तमिलनाडु में भाजपा को करारी हार मिली है । बंगाल में तो गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने पूरी ताकत लगा दी थी । वहीं केरल में ई. श्रीधरन का प्रयोग भी काम नहीं आया जिसके बाद धीरे धीरे पार्टी के विपक्ष में बैठने की नौबत आ रही है । तीन राज्यों के मुख्यमंत्री बदलने के बाद मोदी-नड्डा की जोड़ी की निगाह मध्य प्रदेश, हिमाचल और हरियाणा के मुख्यमंत्रियों पर है यानी मोदी है तो मुमकिन है ।