नई दिल्ली । दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों का असर अब न्यायालय पर भी पड़ा है । दिल्ली स्थित सुप्रीम कोर्ट के 44 अफसर और कर्मचारियों के कोरोना संक्रमित होने के बाद सोमवार को पूरे परिसर समेत कोर्ट को सेनेटाइज करवाया गया है । इसके चलते काम 1 घंटे की देरी से शुरू हुआ है । सुप्रीम कोर्ट के कई अन्य स्टाफ में कोरोना के लक्षण पाए गए हैं , जिनकी जांच करवाई जा रही है । इसी क्रम में दिल्ली हाईकोर्ट के तीन जज कोरोना संक्रमित हो गए हैं । दोनों की कोर्ट के स्टाफ में कोरोना की दहशत के बाद आज कोर्ट का काम काफी प्रभावित हुआ है । कई पीठ की सुनवाई प्रभावित हुई है । इसके साथ कामकाज भी प्रभावित हो रहा है ।
बता दें कि दिल्ली में पिछले 24 घंटे में 10 हजार से ज्यादा कोरोना संक्रमित पाए गए हैं , जिसके बाद आज दिल्ली के मुख्यमंत्री , स्वास्थ्य सचिव के साथ एक मंथन बैठक कर रहे हैं ।
इस सबके बीच सुप्रीम कोर्ट और दिल्ली हाईकोर्ट के स्टाफ समेत जजों के भी कोरोना संक्रमित होने से मामला गंभीर हो गया है । सुप्रीम कोर्ट में रजिस्ट्रार ऑफिस के साथ ही 44 स्टाफ की रिपोर्ट पॉजीटिव आई है , वहीं बहुत बड़ी संख्या में कर्मचारियों में कोरोना के लक्षण हैं । सुबह पूरे परिसर के साथ ही कोर्ट को भी सेनेटाइज किया गया , जिसके चलते पूरे एक घंटे की देरी से काम शुरू हुआ । इस सबके चलते कई सुनवाई टल गईं । इतना ही नहीं दिल्ली हाईकोर्ट के तीन जजों के संक्रमित पाए जाने की सूचना है , वहीं कई स्टाफ में भी कोरोना के लक्षण सामने आए हैं ।
इस सबसे इतर , रविवार शाम दिल्ली सरकार के एप के मुताबिक सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए सामान्य बेड्स की कुल संख्या 11,727 रही जबकि 5,363 बेड्स खाली हैं । इसका मतलब अस्पतालों में अभी कुल उपलब्ध बेड्स में से 54.36 प्रतिशत बेड्स पर मरीज भर्ती हैं । राजधानी के अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए कुल 1,153 वेंटिलेटर बेड्स उपलब्ध हैं । इनमें से 307 बेड्स खाली हैं । वहीं कोरोना संक्रमितों के लिए कुल 1,852 आईसीयू बेड्स उपलब्ध हैं ।