नई दिल्ली । कोरोना काल के दौरान खुदकुशी करने वाले फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में अब नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने एक नया अभियान लॉन्च किया है । सुशांत के पूर्व असिस्टेंट डायरेक्टर ऋषिकेश पवार फरार हैं, जिनकी खोज में NCB ने सर्च अभियान की शुरुआत की है । आरोप है कि ऋषिकेश पवार भी सुशांत सिंह राजपूत को ड्रग्स सप्लाई करते थे । एनसीबी इस मामले में ऋषिकेश से पूछताछ कर चुकी है । बहरहाल , एक बार फिर से सुशांत सिंह राजपूत के सुसाइड मामले के सुर्खियों में आने पर अब कुछ लोगों के हाथ पांव फिर से फूलने लगे हैं ।
बता दें कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े के मुताबिक, 'ऋषिकेश पवार की तलाश जारी है । वो सुशांत सिंह राजपूत के ड्रीम प्रोजेक्ट में असिस्टेंट डायरेक्टर थे । जांच एजेंसी के हाथ ऐसे कई सबूत मिले हैं, जिसमें ये साफ हुआ है कि ऋषिकेश पवार ही सुशांत को ड्रग्स सप्लाई करते थे । एनसीबी ने ऋषिकेश के घर से लैपटॉप सीज़ किया है, जिसमें कुछ डाटा भी मिला है । कई बार एनसीबी ने उन्हें बुलाया लेकिन वो नहीं आए, अब जब उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारज हो गई है तो हमने उन्हें पकड़ने का प्लान बनाया है।'
बता दे कि पिछले साल सितंबर में जब ड्रग्स मामले की जांच अपने चरम पर थी, तब एक ड्रग्स सप्लायर ने ऋषिकेश पवार का नाम लिया था । इसके अलावा दीपेश सावंत ने भी अपने बयान में ऋषिकेश का नाम लिया था और आरोप था कि वो ही सुशांत को ड्रग्स सप्लाई करते थे । असल में , पवार की ओर से इससे पहले मुंबई की एक अदालत में याचिका दायर की गई थी और अग्रिम जमानत की अपील की गई थी । इसके बाद बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई, लेकिन हाईकोर्ट ने वापस सेशंस कोर्ट जाने को कहा । अब बीते गुरुवार को ऋषिकेश पवार की याचिका खारिज हुई, जिसके बाद एनसीबी की टीम चेंबूर में उनके घर पहुंची लेकिन वो जबतक फरार हो गए थे ।