नई दिल्ली । अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले की जांच कर रही जांच एजेंसियों के हाथ अभी तक ऐसा कुछ नहीं लगा है , जिसके आधार पर वह किसी ठोस निष्कर्ष पर पहुंचती नजर आ रही हों । हालांकि इस सबके बीच सभी जांच एजेंसियां अपनी जांच को जारी रखे हुए हैं । इसी क्रम में अब एक नई खबर सामने आया है , जो प्रवर्तन निदेशालय की जांच से जुड़ी है । सामने आया है कि सुशांत को उनकी फिल्म राब्ता के लिए 17 करोड़ रुपये की पेमेंट की गई थी , लेकिन इस पेमेंट को काफी संदिग्ध तरीके से किया गया था ।
मिली जानकारी के अनुसार, प्रवर्तन निदेशालय इस पेमेंट की जांच कर रही है । सामने आया है कि 17 करोड़ की यह पेमेंट 2017 में सुशांत की फिल्म 'राब्ता' के लिए की गई थी । इस मामले को लेकर ईडी फिल्म के प्रोड्यूसर दिनेश विजान से पिछले महीने पूछताछ कर चुकी है । उन्हें सुशांत को की गई पेमेंट से जुड़े कागजात जमा कराने के निर्देश दिए गए हैं । हालांकि वे हंगरी में शूट हुए फिल्म के ओवरसीज शूट बजट की डिटेल जमा नहीं कर पाए थे ।
प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी को इस बात का शक है कि फिल्म प्रोड्यूसर्स विदेशी सरकारों को खासकर यूरोपियन देशों की सरकार को ज्यादा खर्च का ब्यौरा दिखाती है ताकि अधिक से अधिक पेमेंट का लाभ उठाया जा सके । इतना ही नहीं इन पैसों को फिल्म के अभिनेता-अभिनेत्रियों की पेमेंट भगुतान के लिए इस्तेमाल कर सकें । एजेंसी को संदेह है कि इन पैसों को संबंधित देश के हवाला चैनल्स के माध्यम से भारत में भेजा जाता है ।
असल में पूर्व में दिनेश विजान द्वारा ईडी द्वारा मांगे गए दस्तावेज जमा नहीं कर पाने के बाद उनके घर में छापेमारी की गई थी । इस दौरान ईडी को प्रोड्यूसर के घर से बजट संबंधित कागजात मिले थे जो कि उन्होंने बुडापेस्ट में ऑथोरिटीज के यहां जमा किए थे । कागजातों के मुताबिक फिल्म का बजट 50 करोड़ था, जिसमें से 17 करोड़ रुपए सुशांत को दिए गए थे ।
बता दें कि सुशांत के पिता ने अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती के खिलाफ मुकदमा दायर करते हुए सुशांत के खातों से 15 करोड़ रुपये निकालने जाने के भी आरोप लगाए थे । इसके बाद से प्रवर्तन निदेशालय भी मामले की जांच कर रही है । वहीं खबर है कि सुशांत की पेमेंट को लेकर जांच एजेंसी के सवालों पर राब्ता फिल्म के प्रोड्यूसर दिनेश जवाब नहीं दे पा रहे हैं । दिनेश अभी दुबई में हैं । कहा जा रहा है कि वह ईडी की जांच से बचने के लिए जुगत लगा रहे हैं । एजेंसी द्वारा उन्हें समन भेजे जाने पर उन्होंने खुद को कोविड होने की बहात कहते हुए अपना मेडिकल सर्टिफिकेट दिखाया है ।