नई दिल्ली । Taiwan Missile Production official Death । चीन और ताइवान के बीच लंबे समय से जारी गतिरोध इस समय चरम पर पहुंच गया है । अमेरिकी संसद की स्पीकर नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा से बौखलाए चीने जोरदार युद्धाभ्यास शुरू करते हुए अमेरिका और ताइवान को इसका इंजाम भुगतने की धमकी दे डाली है । इस पूरे घटनाक्रम के बीच ताइवान को एक करारा झटका लगा है । असल में ताइवान के एक प्रमुख मिसाइल प्रोडक्शन अधिकारी ओ यांग ली-हिंग एक होटल में मृत पाए गए हैं । अधिकारी की लाश दक्षिणी ताइवान के एक होटल में मिली है । ताइवान पुलिस ने इसकी पुष्टि करते हुए मौत को संदिग्ध माना है ।
बता दें कि ताइवान इस समय चीनी धमकियों और उसके सैन्य अभ्यास के चलते तनाव और संघर्ष से घिरा है । उसने अपनी सेना, मिसाइल सिस्टम और समंदर में गश्ती जहाजों को सक्रिय कर दिया और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आह्वान किया है कि चीन की तर्कहीन और गैर-जिम्मेदाराना कार्रवाई को रोका जाए।
ऐसे समय में जब ताइवान अपने अंदरूनी सुरक्षा चक्र को मजबूत करने की जुगत में जुट गया है । ताइवान के चीफ मिसाइल प्रोडक्शन अधिकारी एक होटल में संदिग्ध परिस्थिति में मृत मिले हैं । मौत के कारणों का अभी खुलासा नहीं किया गया है । हालांकि चीन के साथ जारी गतिरोध और इस समय उनकी भूमिका को लेकर इस पूरे घटनाक्रम के पीछे किसी साजिश से इनकार नहीं किया जा रहा है ।
सीएनए की रिपोर्ट के अनुसार, ताइवान सेना के स्वामित्व वाले नेशनल चुंग-शान इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के उप प्रमुख ओ यांग ली-हिंग शनिवार सुबह दक्षिणी ताइवान के एक होटल के कमरे में मृत पाए गए हैं। समाचार एजेंसी ने कहा है कि, अधिकारी के मौत के कारणों की जांच की जा रही है। सीएनए ने कहा कि, अधिकारी ओ यांग, पिंगटुंग के दक्षिणी काउंटी की व्यावसायिक यात्रा पर थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि, उन्होंने विभिन्न मिसाइल उत्पादन परियोजनाओं की निगरानी के लिए इस साल की शुरुआत में पद ग्रहण किया था। सैन्य-स्वामित्व वाली संस्था इस साल अपनी वार्षिक मिसाइल उत्पादन क्षमता को दोगुना करने के लिए काम कर रही थी और उसकी कोशिश साल में 500 मिसाइलों का निर्माण करने की थी, ताकि द्वीप देश संभावित चीनी आक्रमण के मद्देनजर अपनी रक्षा को मजबूत कर सके।
असल में पिछले दिनों अमेरिकी संसद की स्पीकर नैंनी पेलोसी की ताइवान यात्रा का चीन ने भारी विरोध किया था । बाद में नैंसी के बयानों से चीन और भड़क गया । चीन ने ताइवान और चीन को अंजाम भुगतने की धमकी भी दी । इसके साथ ही चीन ने युद्धाभ्यास शुरू करते हुए ताइवान पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है । हालांकि युद्धाभ्यास से परेशान जापान ने चीन को चेतावनी देते हुए कहा कि वह अपना यह युद्धाभ्यास तुरंत बंद करे । लेकिन चीन किसी की सुनने को तैयार नहीं है ।