नई दिल्ली । तालिबान के राज में अफगानिस्तान की नई सरकार कैसी होगी , इसका अंजादा अभी तक के हालातों से ही साफ हो गया है । अपनी कथनी और करनी में अंतर दिखाने वाले तालिबान ने अब एक नया फैसला लेकर सबको चौंका दिया है । असल में ग्वांतनामो जेल में 6 साल तक बंद रहे खुंखार आतंकी मुल्ला अब्दुल कय्यूम जाकिर को ताबिलान ने देश का अंतरिम रक्षामंत्री बनाया है । अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने इसकी जानकारी दी है , जिसके बाद तालिबान में नई सरकार के गठन की प्रक्रिया पर ही सवाल उठने लगे हैं ।
कतर के न्यूज चैनल अल जजीरा ने इसके बारे में जानकारी दी है । बता दें कि मुल्ला अब्दुल कय्यूम तालिबान के संस्थापक मुल्ला उमर का करीबी रह चुका है । वर्ष 2001 में अमेरिका के नेतृत्व वाली सेना के मुल्ला अब्दुल कय्यूम को गिरफ्तार कर लिया था । उसे 6 साल तक क्यूबा में बनी अमेरिकी सेना की बड़ी सुरक्षा वाली जेल , जो कि ग्वांतनामो घाटी में बनी हुई है , उसमें बंद रखा गया था । हालांकि इसके बाद उसे अफगानिस्तान को सौंप दिया गया था ।
विदित हो कि तालिबान ने अपनी सरकार गठन के लिए प्रक्रिया को तेज कर दिया है । इस समय तालिबान अफगानिस्तान में सरकार गठन के लिए अहम पदों पर अपने लोगों को नियुक्त कर रहा है । हाल में गुल आगा को कार्यवाहक वित्तमंत्री और सदर इब्राहिम को कार्यवाहक अंतरिम मंत्री बनाने का ऐलान किया है ।
इतना ही नहीं हाजी मोहम्मद इदरिस को अफगानिस्तान के सेंट्रल बैंक द अफगानिस्तान बैंक का कार्यकारी प्रमुख बनाया गया है । तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्ला मुजाहिद ने इसकी पुष्टि की है ।
आपको बता दें कि पूर्व की अफगानिस्तान सरकार के वरिष्ठ अफसर और मंत्री इस समय या तो छिपे हुए हैं , या देश छोड़कर जा चुके हैं । भले ही तालिबान ने सरकारी अफसरों से काम पर लौटने की बात कही हो , लेकिन कोई भी तालिबान के डर के मारे काम पर लौटने को राजी नहीं है।
वहीं तालिबान ने सभी महिला सरकारी कर्मचारियों से कहा है कि फिलहाल वह घर पर ही रहें , उन्हें सैलरी मिलती रहेगी , समय आने पर उन्हें काम के लिए दफ्तर आने के बारे में जानकारी दी जाएगी ।