मुंबई । महाराष्ट्र में कोरोना की नई लहर के चलते स्थिति एक बार फिर से बिगड़ती जा रही है । देश में कोरोना के नए वेरिएंट के चलते महाराष्ट्र में प्रतिदिन कोरोना के मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है । कई जिलों ने अपने यहां कड़ी पाबंदी लगाते हुए लॉकडाउन भी लगाया है । पूरे राज्य में नाइट कर्फ्यू लगाया गया है। इस सारे क्रम में एक बार फिर से राज्य की उद्धव ठाकरे सरकार महाराष्ट्र में दोबारा से लॉकडाउन लगाने की कवायद में नजर आ रही है । लेकिन सरकार के ही कुछ घटक दल उद्धव ठाकरे के इस फैसले से खुश नहीं है । जहां महाराष्ट्र की महाअघाड़ी सरकार के सहयोगी दल एनसीपी ने दोबोरा लॉकडाउन लगाए जाने पर आपत्ति दर्ज कराई है , वहीं भारतीय जनता पार्टी ने भी इस पर अपनी कड़ी आपत्ति जताई है ।
विदित हो कि राज्य में लगातार कोरोना के मामले में इजाफा हो रहा है । पिछले एक सप्ताह में 1 लाख लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं । पिछले कुछ दिनों में राज्य के कई जिलों के प्रशासन ने सख्त कदम उठाते हुए लॉकडाउन भी लगा दिया है । इसी क्रम में अब सत्तारूढ़ उद्धव ठाकरे सरकार ने अफसरों को पूर्ण लॉकडाउन की तैयारी पूरी रखने के निर्देश दिए हैं , लेकिन सरकार के इस रणनीति से उनके अपने ही नाराज नजर आ रहे हैं ।
असल में सरकार का कहना है कि इस बार लोग कोरोना को लेकर जारी हुई गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहे हैं । लगातार कोरोना के मरीजों में इजाफा इस बात का साफ संकेत दे रहा है । ऐसे में सख्ती बढ़ाना जरूरी है । ऐसे में सरकार ने फिर से लॉकडाउन लगाए जाने के संकेत दिए हैं ।
इसी क्रम में राज्य के पूर्ण लॉकडाउन का भाजपा ने कड़ा विरोध दर्ज कराया है । राज्य के भाजपा प्रमुख चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि कोरोना संकट को रोकने के लिए पूर्ण लॉकडाउन कोई अकेला उपाय नहीं है । उन्होंने कहा कि भाजपा के साथ राज्य का आम आदमी भी इस फैसले के विरोध में है । क्या व्यापारी और क्या आमजन यह फैसला सभी के लिए बहुत नुकसानदायक साबित होगा ।
इस पूरे घटनाक्रम पर एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा कि सरकार अभी इस फैसले को टाल सकती है । उन्हें लोगों के कोरोना की गाइडलाइन मनवाने के लिए दबाव बनाना चाहिए । उन्हें सीएम से गुहार लगाई कि हम लोग अब दूसरा लॉकडाउन नहीं झेल पाएंगे , ऐसे में बेहतर होगा सरकार किसी दूसरी रणनीति पर विचार करे । हालांकि पिछले दिनों एनसीपी के नेता और उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा था कि अगर लोग गाइडलाइन का पालन करते नहीं नजर आए तो , लॉकडाउन लगाना ही पड़ेगा ।