श्रीनगर । नए साल की शुरुआत से ही देश के सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ की लगातार आ रही खबरों के क्रम में शुक्रवार सुबह एक घटना और जुड़ गई है । सुबह सुबह बड़गाम में सुरक्षाबलों की आतंकियों के साथ जारी एक मुठभेड़ में अभी तक तीन आतंकियों को ढेर कर दिया गया है । इसकी पुष्टि सैन्य अधिकारियों ने कर दी है । हालांकि नए साल से अब तक सुरक्षाबलों ने करीब 11 आतंकियों को ढेर कर दिया है ।
विदित हो कि शुक्रवार तड़के सुरक्षाबलों को सूचना मिली की बड़गाम में कुछ आतंकी छिपे हुए हैं । इस सूचना के बाद सुरक्षाबलों की एक टीम पुलिस बल के साथ आतंकियों के ठिकानों के करीब पहुंची । इस दौरान आतंकियों को सेना के इस ऑपरेशन की जानकारी मिल गई और उन्होंने सुरक्षाबलों पर फायरिंग कर दी ।
इस दौरान जवाबी कार्रवाई में सेना ने भी आतंकियों के ठिकानों पर फायरिंग शुरू की । इस दौरान सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को ढेर कर दिया है । फिलहाल गोलीबारी रुक गई है । इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है । इस घटना में सेना के किसी जवान के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है ।
बता दें कि कश्मीर में वर्ष 2022 की शुरुआत मुठभेड़ों के साथ हुई है। नए साल के इन पांच दिनों में अब तक 6 मुठभेड़ हुई है और इनमें लश्कर-ए-तैयबा के शीर्ष कमांडर सहित 11 आतंकवादी मारे जा चुके हैं। नये साल में कश्मीर में अमन व शांति स्थापित करने का संकल्प लेने वाले सुरक्षाबलों के इन अभियानों ने आतंकवादी संगठनों को यह स्पष्ट कर दिया है कि अब वे कश्मीर में और खून नहीं बहने देंगे।
जिला श्रीनगर में सिर्फ एक घंटे की अवधि में 2 मुठभेड़ देखी गई जबकि उत्तरी कश्मीर के जिला कुपवाड़ा में एक, दक्षिण कश्मीर के जिला कुलगाम जिले में एक और बुधवार को जिला पुलवामा में एक मुठभेड़ हुई। पुलवामा में हुई मुठभेड़ में हल्की बारिश व भीषण ठंड की परवाह न करते हुए सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों के खिलाफ अभियान चलाया करीब साढ़े तीन घंटे तक चली मुठभेड़ में एक पाकिस्तानी आतंकवादी समेत जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकियों को ढेर कर दिया। इससे पहले 01 जनवरी को जवानों ने जिला कुपवाड़ा के केरन सेक्टर में पाकिस्तानी आतंकवादी को मारा था। यह आतंकवादी पाकिस्तान से सीमा लांघ भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ का प्रयास कर रहा था।
मारे जाने के बाद जब उसकी तलाशी ली गई तो पता चला कि वह पाकिस्तानी नागरिक मोहम्मद शब्बीर मलिक है। उसके पास से पाकिस्तानी करंसी व हथियार भी बरामद हुए। 03 जनवरी को सुरक्षाबलों ने हाजिन बांडीपोरा का रहने वाला लश्कर-ए-तैयबा के जिला कमांडर सलीम पर्रे उर्फ बिल्ला को श्रीनगर शलीमार मुठभेड़ में मार गिराया। वह वर्ष 2016 से सक्रिय था। आइजीपी कश्मीर विजय कुमार ने बिल्ला के मारे जाने के बाद यह घोषणा की कि अब बांडीपोरा का हाजिन गांव अब आतंकवाद मुक्त हो गया है। वहां अब कोई भी स्थानीय आतंकवादी सक्रिय नहीं है।
सुरक्षाबलों ने अभी लश्कर-ए-तैयबा के शीर्ष कमांडर मोहम्मद सलीम पर्रे को मारा ही था कि ठिक उसके एक घंटे बाद शालीमार के गुसू इलाके में एक और मुठभेड़ हुई जिसमें सुरक्षाबलों ने एक पाकिस्तानी आतंकी हाफिज उर्फ हमजा को मार गिराया। वह भी कई नागरिकों की हत्याओं में वांछित था। 4 जनवरी को आलमगंज शोपियां के आमिर अहमद वानी और तिकेन पुलवामा के समीर अहमद खान नाम के दो आतंकवादी कुलगाम के ओके इलाके में मारे गए। ये दोनों लश्कर-ए-तैयबा से संबंधित द रजिस्टेंस फ्रंट से जुड़े हुए थे।