मुंबई । महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच सुबे के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बुधवार शाम फेसबुक लाइव के जरिए जनता को संबोधित किया । ठाकरे ने कहा कि पिछले तीन-चार महीनों से मेरा किसी से मिलना संभव नहीं था । कोरोना से ग्रसित होने के चलते मैंने अभी हाल ही में लोगों से मिलना शुरू किया है । सेना और हिंदुत्व हमेशा बरकरार हैं । शिवसेना को हिंदुत्व से अलग नहीं किया जा सकता है और हिंदुत्व को शिवसेना से अलग नहीं किया जा सकता है । इस दौरान उन्होंने अपना आखिरी दांव चलाते हुए शिंदे को बातचीत के लिए न्योता तक दिया । उन्होंने कहा कि शिवसैनिक मेरे साथ गद्दारी न करें , जो मुझे मुख्यमंत्री के तौर पर नहीं देखना चाहता , वह मेरे सामने आकर मुझसे मेरा इस्तीफा मांगे । मैं अभी पद छोड़ दूंगा ।
उद्धव ठाकरे ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि लोग विश्लेषण कर रहे थे कि मेरा चेहरा गिरा हुआ है , यह कोरोना की वजह से है और कुछ नहीं । लंबे अरसे बाद मैं आप लोगों के सामने आया हूं, बोलने के लिए बहुत कुछ है । मेरे पास प्रशासन का अनुभव नहीं था । कोरोना जैसी चुनौती सामने आई, कोरोना से कैसे बचना है, ये बताया । उस वक्त जो सर्वे हो रहे थे, टॉप 5 मुख्यमंत्रियों में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री का नाम शामिल था ।
उन्होंने कहा - सवाल उठ रहे थे कि शिवसेना कौन चला रहा है? मुख्यमंत्री मिलते क्यों नहीं? मैं खुद नहीं मिल रहा था, क्योंकि मेरी सर्जरी हुई थी । मैं जब नहीं मिल रहा था, तब भी काम तो हो ही रहे थे । उन्होंने कहा कि मैं मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने को तैयार हूं, लेकिन आप मेरे सामने आके बोलिये सब कुछ ।
इस दौरान उन्होंने एकनाथ शिंदे पर भी निशाना साधते हुए कहा कि आपको सूरत जाकर बात करने की क्या ज़रूरत थी । कुछ लोग यह कह रहे हैं कि यह बाल ठाकरे की शिवसेना नहीं है । बाल ठाकरे के गुजर जाने के बाद 2014 में हम अकेले लड़े थे । मैं पिछले ढाई साल से सीएम हूं और जितने भी नेता चुने गए हैं, वे सब बाल ठाकरे की शिवसेना पार्टी से हैं ।
आपको पता है, कुछ विधायक यहां नहीं हैं । कुछ लोग फोन कर कह रहे हैं कि वे लौटना चाहते हैं और कुछ को अलग-अलग जगहों पर ले जाया गया है । एमएलसी चुनाव के बाद मैंने पूछा और देखा कि हमारे विधायक कहां हैं । मैंने हमेशा अपनी जिम्मेदारियों को निभाया है । मैं सीएम पद छोड़ने के लिए तैयार हूं, लेकिन मेरे बाद कोई शिवसैनिक ही सीएम बनेगा तो मुझे खुशी होगी । एक बार आए और वहां से फोन कीजिए कि मेरा फेसबुक देखा है। पद आते-जाते रहेंगे ।
वह बोले - मैं आज आहत हूं, हैरान और आश्चर्यचकित हूं । अगर कांग्रेस और एनसीपी कहते हैं कि वे उद्धव को सीएम नहीं चाहते हैं तो मैं समझ सकता हूं, लेकिन आज सुबह कमलनाथ ने मुझे फोन किया, कल शरद पवार ने मुझे फोन किया और कहा कि मैं आपके साथ हूं, मुझे आप पर भरोसा है । वे मुझे चाहते हैं, लेकिन अगर मेरे अपने लोग मुझे नहीं चाहते हैं तो मैं क्या कह सकता हूं? सूरत या कहीं और जाने के बजाय, वे क्यों नहीं आते और मुझे मेरे चेहरे पर बताते हैं कि हम आपको अपने सीएम के रूप में नहीं चाहते हैं । अगर वे ये कहते हैं कि हम उद्धव ठाकरे का इस्तीफा चाहते हैं, तो मैं दूंगा । मैं इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं और राजभवन जाने के लिए भी तैयार हूं, अगर एक भी व्यक्ति ने मुझे आकर बोले तो ।
मैं अपना इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं । मेरे सामने आओ और मैं अपना इस्तीफा सौंप दूंगा । वह इस्तीफा राजभवन ले जाओ, मैं नहीं जा सकता क्योंकि मुझे कोविड है ।