नई दिल्ली । अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार का गठन हो गया है । इसके बाद से वहां एक बार फिर से तालिबान ने अपना पुराना रंग दिखाना शुरू कर दिया है। इस बीच ब्रिटेन की खुफिया एजेंसी MI-5 के प्रमुख केन मैक्कलम (Ken McCallum) ने दुनिया के सभी देशों को एक चेतावनी देते हुए कहा है कि दुनियाभर में अब अलकायदा के स्टाइल के आतंकी हमलों में तेजी आने की संभावना है । अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार बनने के बाद मौजूदा हालात दुनिया को एक नए संकट से रूबरू करवा सकते हैं । तालिबान के गनी सरकार को उखाड़ फेंकने से आतंकवादियों का मनोबल बढ़ा है । इसको इस तरह भी देखा जा सकता है कि अब दुनिया में 9/11 जैसे आतंकी हमलों का खतरा बना रहेगा । वहीं अमेरिकी एक्सपर्ट ने भी कुछ इसी तरह के आतंकी हमलों की आशंका जताई है ।
ब्रिटेन की खुफिया एजेंसी MI-5 के प्रमुख केन मैक्कलम ने कहा कि अफगानिस्तान में नाटो सैनिकों की वापसी के बाद से वहां हालात बदल पूरी तरह से बदल गए हैं। तालिबान के कब्जे के बाद से तो आतंकियों का हौसला भी कई गुना बढ़ गया है । ऐसे में अब दुनिया को ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है । 9/11 की बरसी पर बीबीसी को दिए इंटरव्यू में उन्होंने यह भी बताया कि ब्रिटेन की पुलिस और खुफिया एजेंसियों ने पिछले चार साल में 31 आतंकी हमलों को नाकाम किया है।
मैक्कलम ने कहा, ‘अफगानिस्तान से बड़ी चिंता यह आ रही है, आतंकी कुछ बड़ा करने के लिए प्रेरित होंगे और एक सुनियोजित साजिश के साथ 9/11 जैसे हमलों को अंजाम दे सकते हैं । अफगानिस्तान में रातोंरात चरमपंथियों का मनोबल बढ़ा है, ऐसे में अब हमें सावधान रहने की जरूरत है। मौजूदा समय में दुनिया पर अब अलकायदा स्टाइल संभावित हमलों का भी खतरा है ।
इसी क्रम में उन्होंने कहा कि ब्रिटेन ने पिछले चार सालों में इस्लामी और धुर दक्षिणपंथी चरमपंथियों के हमला करने संबंधी 31 षड्यंत्रों को नाकाम किया है । उन्होंने कहा कि यह कहना मुश्किल है कि अमेरिका में 11 सितंबर 2001 को हुए हमलों के 20 साल बाद ब्रिटेन अधिक सुरक्षित है या कम सुरक्षित है ।