लखनऊ । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक बार फिर से समाजवादी पार्टी और पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर तंज कसा है । उन्होंने अखिलेश यादव के पाकिस्तान को भारत का दुश्मन देश नहीं मानने वाले बयान पर हा कि जिन्हें पाकिस्तान दुश्मन नहीं लगता , जिन्हें जिन्ना दोस्त लगता है , उनकी शिक्षा दीक्षा दृष्टि पर क्या ही कहना । असल में सच यह है कि इनकी नस नस में ''तमंचावाद'' दौड़ रहा है और ये खुद को समाजवादी कहते हैं ।
विदित हो कि अखिलेश यादव ने एक मीडिया हाउस को दिए इंटरव्यू में कहा था कि पाकिस्तान भारत का दुश्मन नहीं है , बल्कि भाजपा अपने वोट के लिए ऐसा कहती है । भारत का दुश्मन तो चीन है । इस बयान पर सोमवार को भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने उनपर तंज कसे थे । इसके बाद आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव पर तंज कसा।
योगी ने अपने एक दूसरे ट्वीट में अखिलेश यादव समेत दूसरे विपक्षियों पर भी हमला बोलेते हुए कहा । वह बोले - जब सत्ता में थे, तब कुछ किया नहीं लेकिन अब तरकस पहने फिर रहे हैं । उन्होंने लिखा है, "एक कहावत है, "करें न धरें, तरकस पहने फिरें..." पूरे विपक्ष का यही हाल है! सत्ता में रहे तो कुछ करा न धरा, अब चुनाव के समय सब 'तरकस' पहने फिर रहे हैं।"
इसके साथ ही योगी ने एक बार फिर से अखिलेश को जिन्ना का दोस्त बताकर सामाजिक ध्रुवीकरण की कोशिश की है । अखिलेश ने पिछले साल 31 अक्टूबर को सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर हरदोई की एक जनसभा में कहा था, ''सरदार वल्लभ भाई पटेल, महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और (मोहम्मद अली) जिन्ना ने एक ही संस्थान से पढ़ाई की और वे बैरिस्टर बने एवं उन्होंने आजादी दिलाई । वे भारत की आजादी के लिए किसी भी संघर्ष से पीछे नहीं हटे ।
आपको बता दें कि आगामी 10 फरवरी को यूपी विधानसभा चुनावों के पहले चरण के तहत मतदान होगा । इस चरण के लिए जहां सपा ने 50 से ज्यादा सीटों पर जीत का दावा किया है , वहीं भाजपा ने उनपर दंगाईयों और अपराधियों को टिकट देने वाली पार्टी करार दिया है । भाजपा ने कहा कि सपा मतलब अब समाप्त पार्टी है ।