न्यूज डेस्क । रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को इन दिनों अपनी हत्या का डर सता रहा है । यह दावा किया है ब्रिटेन के अखबार ने , जिसमें कहा गया है कि अपनी हत्या होने के डर के चलते ही पुतिन G20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा नहीं ले रहे हैं । उन्होंने अपनी जगह विदेश मंत्री को प्रतिनिधि बनाकर भेजने की रणनीति बनाई है । रूस के सूत्रों के हवाले से अखबरा ने लिखा है कि रूसी सैनिकों को खेरसॉन में अपमानजनक वापसी के लिए मजबूर किए जाने के बाद स्थिति बदली है ।
विदित हो कि हत्या की आशंका के चलते रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन G20 की मीटिंग में हिस्सा नहीं ले रहे हैं । ब्रिटिश अखबार ने रूस के सूत्रों के हवाले से यह सनसनीखेज दावा किया है । क्रेमलिन समर्थक एक टिप्पणीकार सर्गेई मार्कोव के अनुसार, व्लादिमीर पुतिन G20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा नहीं लेंगे, क्योंकि उन्हें हत्या किए जाने का डर है।
असल में रूसी सैनिकों को खेरसॉन में अपमानजनक वापसी के लिए मजबूर किए जाने के कुछ घंटों बाद सर्गेई मार्कोव ने लिखा, "अमेरिका, ब्रिटेन और यूक्रेन की विशेष सेवाओं से पुतिन पर हत्या के प्रयास की एक बड़ी संभावना है । मुझे यकीन है कि कुछ पूरी तरह से पागल पश्चिमी लोगो इस तरह की स्थिति की योजना बना रहे हैं।
बता दें कि शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मार्च में कहा था कि रूस को G-20 से बाहर कर दिया जाना चाहिए । यह पूछे जाने पर कि क्या वह पिछले महीने एक विशेष इंटरव्यू के दौरान बाली में पुतिन से आमने-सामने मिलेंगे, बाइडेन ने कहा कि उन्हें ऐसा करने का एक अच्छा कारण नहीं दिख रहा है।