नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज से शुरू हुए संसद के शीतकालीन सत्र से पहले मीडिया को संबोधित किया । इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार हर विषय पर चर्चा करने के लिए तैयार है । हम खुली चर्चा करने के लिए तैयार है । हम हर सवाल का जवाब देने के लिए तैयार है , लेकिन संसद में सवाल के साथ शांति भी होनी चाहिए । यह जरूरी है कि संसद में सदन और चेयर का सम्मान हो । इस दौरान कांग्रेस के आह्वान पर विपक्षी दल की एक बैठक हुई , जिससे टीएमसी और आम आदमी पार्टी ने दूरी बनाई ।
संसद के हर एक सत्र में देश की प्रगति की चर्चा हो
संसद के शीतसत्र से पहले पीएम मोदी ने कहा संसद का ये सत्र बेहद अहम है । देश का हर नागरिक चाहेगा कि संसद के हर एक सत्र में देश की प्रगति की चर्चा हो । जरूरी है कि संसद में हमारे देशहित और विकास को लेकर चर्चा हों । देशवासी भी यही चाहते हैं कि सभी सत्र, आजादी के दीवानों की भावनाओं के अनुकूल देशहित में चर्चाएं करें । भविष्य में संसद को कैसा चलाया, कितना अच्छा योगदान दिया, कितना सकारात्मक काम हुआ, उस तराजू पर तोला जाए । न कि मापदंड ये होना चाहिए कि किसने कितना जोर लगाकर सत्र को रोका ।
विपक्ष करेगा जमकर हंगामा
भले ही पीएम मोदी संसद के इस शीत सत्र को शांति के साथ चलाने का आह्वान कर रहे हो , लेकिन विपक्षी दलों ने इससे इतर आज एक बैठक की । कांग्रेस द्वारा बुलाई गई इस बैठक में टीएमसी और आम आदमी पार्टी ने शिरकत नहीं की । विदित हो कि संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू होकर 23 दिसंबर तक चलेगा । इस दौरान कामकाज के कुल 19 दिन होंगे । करीब 30 बिल संसद में पेश किए जाएंगे, जिनमें एक कृषि कानून वापसी संबंधी बिल भी है । कृषि कानून निरसन विधेयक-2021 को लोकसभा में विचार किए जाने और पारित करने के लिए सूचीबद्ध किया गया है । लोकसभा में विधेयक पारित होने के बाद इसे संसद के उच्च सदन में लाया जाएगा. लेकिन, शीतकालीन सत्र भी विपक्ष के हंगामेदार रहने के आसार हैं।
ओम बिरला ने की अपील
इससे इतर , शीतकालीन सत्र को लेकर लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने ट्वीट किया । उन्होंने कहा, 'लोक सभा का विंटर सेशन आज से प्रारंभ हो रहा है । आशा है कि सत्र के दौरान सभी दलों का सक्रिय सहयोग मिलेगा, सदन सुचारू और व्यवस्थित रूप से चलेगा । माननीय सदस्य अनुशासन और शालीनता के साथ कार्यवाही में अपनी सहभागिता निभाएंगे. सामूहिक प्रयासों से हम सदन की गरिमा में अभिवृद्धि करेंगे ' अगले ट्वीट में उन्होंने कहा, 'देश के समक्ष आज अनेक ऐसे विषय हैं जिन पर सदन में गंभीर चर्चा-संवाद की आवश्यकता है । देश की जनता भी हमसे यही उम्मीद रखती है । विंटर सेशन के दौरान प्रयास रहेगा कि प्रत्येक सदस्य को जनता की आशाओं-अपेक्षाओं को सदन के माध्यम से अभिव्यक्त करने के लिए पर्याप्त समय व अवसर उपलब्ध हों ।
रविवार को बुलाई गई थी सर्वदलीय बैठक
इस सत्र से पहले रविवार को सरकार ने एक सर्वदलीय बैठक बुलाई थी , जिसमें पीएम मोदी मौजूद नहीं थे । रक्षा मंत्री और लोकसभा में उपनेता राजनाथ सिंह ने सदन में सार्थक कामकाज और सुचारू संचालन के लिए सभी दलों से सहयोग मांगा था ।