नई दिल्ली । संसद में बजट सत्र का आखिरी दिन भी भारी हंगामे की भेट चढ़ गया। लोकसभा चुनावों से पहले विपक्ष ने एक बार फिर से राफेल डील को लेकर सवाल उठाए। इस दौरान कैग (CAG) ने लोकसभा में राफेल विमान सौदे की रिपोर्ट को राज्यसभा में पेश किया। कैग ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि कांग्रेस की यूपीए सरकार की तुलना में भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने यह सौदा महज 2.86 फीसदी सस्ता किया। हालांकि भाजपा सरकार 9 फीसदी सस्ता किए जाने का दावा करती रही। अपनी इस रिपोर्ट में कैग ने यूपीए और एनडीए दोनों की सरकारों के दावों पर सवाल उठाए हैं।
बजट सत्र के आखिरी दिन लोकसभा से पहले राज्यसभा में CAG ने राफेल सौदे को लेकर अपनी रिपोर्ट पेश की। केंद्रीय मंत्री पी. राधाकृष्णन ने इस डील को पेश किया। CAG रिपोर्ट के अनुसार भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने यूं तो इस डील को पूर्व की मनमोहन सरकार से सस्ते में किया है, लेकिन विमान के पूरी तरह तैयार होने की अवस्था आने पर इन विमानों की कीमत UPA सरकार के जितनी ही है। हालांकि, रिपोर्ट में विमान के दाम नहीं बताए गए हैं।
संसद की कार्यवाही शुरू होने से पहले कांग्रेसियों ने संसद परिसर में प्रदर्शन किया। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी समेत पूर्व पीएम मनमोहन सिंह व अन्य कांग्रेसी नेताओं ने संसद परिसर में गांधी की मूर्ति के पास राफेल मुद्दे को लेकर प्रदर्शन किया।
बता दें कि राफेल विमान सौदे में कथित घोटाले को लेकर विपक्ष मोदी सरकार पर हमलावर है, कांग्रेस समेत अन्य पार्टियों के द्वारा इस डील पर कैग रिपोर्ट सदन में पेश करने की मांग की जा रही थी । पिछले दो दिनों में तो रिपोर्ट पेश नहीं हो सकी, लेकिन अब सत्र के आखिरी दिन केंद्रीय मंत्री पी. राधाकृष्णन ने इस डील को पेश किया।