नई दिल्ली । कोरोना संक्रमितों के मामले में मुंबई को भी मात देती नजर आ रही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को इस महामारी को हराने के लिए अपना नया एक्शन प्लान बताया । उन्होंने कहा कि दिल्ली में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए राज्य सरकार ने दो अहम कदम उठाए हैं । इसमें जहां पहला प्लान प्लाज्मा थेरेपी है तो वहीं दूसरा ऑक्सीजन के लेवल को बनाए रखना । प्लाज्मा थेरेपी के जरिए कोरोना मरीजों के इलाज में अच्छे रिजल्ट आए हैं । हमने 29 मरीजों पर प्लाज्मा थेरेपी का इस्तेमाल किया था, जो ठीक हो गए हैं । अब हमें 200 मरीजों का इलाज प्लाज्मा थेरेपी करने की इजाजत मिली है । एलएनजेपी और राजीव गांधी अस्पताल में प्लाज्मा थेरेपी की जा रही है ।
विदित हो कि दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच केंद्र और दिल्ली सरकार अब मिलकर मरीजों की संख्या पर अंकुश लगाने में जुटी हैं । इसी क्रम में दिल्ली सरकार कोरोना के मरीजों के इलाज को लेकर अपनी नई प्लानिंग के साथ मैदान में उतरी है । दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पत्रकारों से बातचीत में प्लाज्मा थेरेपी के बारे में बताते हुए कहा कि जिन लोगों की हालत ज्यादा खराब है और उन्हें वेटिंलेटर पर रखा गया हो और उनके ऑर्गन काम करना बंद कर दें तो उन पर प्लाज्मा थेरेपी का असर शायद न हो, लेकिन जिन लोगों की हालत थोड़ी सही है, उन पर प्लाज्मा थेरेपी का इस्तेमाल किया जाता है ।
इसी तरह आम आदमी का ऑक्सीजन लेवल 95 होना चाहिए । अगर ये 90 से कम हो जाए तो यह खतरा माना जाता है । 85 से कम हो जाए तो बहुत सीरियस हो जाता है । ऑक्सीजन लेवल कम होने पर सांस लेने में दिक्कत होती है । कई मरीजों में देखा गया कि ऑक्सीजन लेवल कम है, लेकिन सिम्टम्स नहीं है ।
उन्होंने कहा - जिन मरीजों में ऑक्सीजन लेवल कम होने का सिम्टम्स नहीं होता है, उनका ऑक्सीजन लेवल अचानक गिरता है और मौत हो जाती है । होम क्वारनटीन सभी लोगों को ऑक्सीमीटर दे दिया गया है । यह ऑक्सीमीटर आपका सुरक्षा कवच है. हर घंटे या दो घंटे पर ऑक्सीजन लेवल नापते रहे ।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगर आपका ऑक्सीजन लेवल 94 के नीच आ जाए तो आप फोन कर दीजिए । हम आपके घर पर ऑक्सीजन की व्यवस्था करा देंगे या फिर आपको हॉस्पिटल में एडमिट कर लिया जाएगा । ऑक्सीमीटर आपका सुरक्षा कवच है । ऑक्सीजन नापते रहोगे तो ठीक रहोगे ।