नई दिल्ली । इस बार आईपीएल IPL पर संकट के गहरे बादल गहरा रहे हैं । हालांकि बीसीसीआई BCCI के अध्यक्ष और पूर्व दिग्गज क्रिकेटर सौरव गांगूली ने साफ कर दिया है कि आईपीएल अपने निर्धारित समय पर ही होगा । बावजूद इसके कुछ ऐसा तकनीकी कारण सामने आ रहे हैं , जिसके चलते अभी भी आईपीएल को लेकर संशय जारी है । वहीं ऐसी भी आशंका जताई जा रही है कि क्या इस बार आईपीएल बिना विदेशी खिलाड़ियों के होगा , जिनपर फ्रेंचाइची ने करोड़ों रुपयों का दांव लगाया है । असल में कोरोना वायरस के संक्रमण के मद्देनजर केंद्र सरकार ने वीजा पाबंदियां लगा दी हैं । इसके चलते कोई भी विदेशी खिलाड़ी इस साल इंडियन प्रीमियर लीग में खेलने के लिए 15 अप्रैल तक उपलब्ध नहीं हो पाएगा ।
वहीं ऐसी भी खबरें हैं कि इस बार आईपीएल को सिर्फ खाली स्टेडियमों में करवाया जाए, ताकि कोरोना वायरस को लेकर जारी डर का माहौल दूर हो सके । लोग टीवी पर ही मैच का प्रसारण देख सकेंगे ।
बता दें कि 29 मार्च से शुरू हो रहे आईपीएल को लेकर इस बार संशय के बादल गहराए हुए हैं । देश दुनिया में कोरोना के कहर के चलते जहां कई देशों ने अपने यहां दूसरे देशों से लोगों के आने पर कड़ी सुरक्षा जांच की व्यवस्था की है , वहीं भारत ने भी विदेशियों के भारत आने को लेकर कुछ सख्त कदम उठाए हैं । भारत सरकार ने वीजा पाबंदियां लगाई हैं , जो 15 अप्रैल तक जारी रहेंगी । इस सब के बीच विदेशी खिलाड़ियों के भारत आने का रास्ता साफ नहीं हो पाएगा । इसका एक कारण यह भी है कि ईपीएल में खेलने वाले विदेशी खिलाड़ी बिजेनस वीजा की श्रेणी में आते हैं, जिस पर आगामी 15 अप्रैल तक प्रतिबंध है। ऐसे में विदेशी खिलाड़ी 15 अप्रैल के बाद ही भारत आ सकेंगे , हालांकि अभी तक खिलाड़ियों की ओर से भी ऐसी कोई बयानबाजी नहीं आई है कि वह कोरोना के कहर के बीच भारत आने को राजी है ।
बहरहाल , आईपीएल के भविष्य पर फैसला 14 मार्च को मुंबई में इसकी संचालन परिषद की बैठक के दौरान किया जाएगा । ऐसी खबरें आ रही हैं कि आईपीएस के इस सीजन को लेकर सभी फैसले मुंबई में संचालन परिषद की बैठक में किए जाएंगे । सरकार के निर्देशों के अनुसार वे 15 अप्रैल तक नहीं आ सकते.’