जयपुर । राजस्थान में सियासी संग्राम खत्म होता नजर नहीं आ रहा है । लगातार बदलते घटनाक्रम के बीच अब एक बार फिर से सीएम अशोक गहलोत ने मंगलवार को कैबिनेट बैठक बुलाई है । ऐसी संभावना जताई जा रही है कि इस बैठक में विधानसभा सत्र को बुलाए जाने के प्रस्ताव पर मुहर लग सकती है । हालांकि ऐसा हुआ तो यह तीसरा मौका होगा , जब गहलोत कैबिनेट विधानसभा सत्र बुलाने के लिए प्रस्ताव पास करेगी । हालांकि इससे पहले तेजी से बदलते घटनाक्रम के बीच जहां राज्यपाल कलराज मिश्र और गहलोत के बीच जारी गतिरोध भी सुलझता दिखा। साथ ही बसपा विधायकों के मामले में भी तेजी से नए नए बयान और घटनाक्रम नजर आ रहे हैं ।
विदित हो कि राजस्थान में सियासी घमासान हाईकोर्ट - सुप्रीम कोर्ट , राजभवन और कैबिनेट बैठकों में नजर आ रहा है । हालांकि सुप्रीम कोर्ट से ये मामला निकलकर अब राज्यपाल बनाम मुख्यमंत्री के बीच जारी जंग तक सिमटता नजर आ रहा है। इस बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर अब से थोड़ी देर बाद कैबिनेट बैठक बुलाई है। इस बैठक में विधानसभा सत्र बुलाने का प्रस्ताव पास हो सकता है। मंत्रियों का अशोक गहलोत के आवास पर पहुंचना शुरू हो गया है ।
बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से अबतक दो बार राज्यपाल कलराज मिश्र को विधानसभा सत्र बुलाने का प्रस्ताव भेजा गया है । जिसमें पहली बार में कोरोना वायरस का मसला उठाने के साथ ही राज्यपाल ने कुछ सवाल पूछे थे, जबकि दूसरे प्रस्ताव में सही जानकारी और सवालों का जवाब ना होने पर लौटा दिया गया ।
इस सबके चलते ही गहलोत ने तीसरी बार कैबिनेट बैठक बुलाते हुए विधानसभा सत्र बुलाए जाने को लेकर मंथन हो सकता है । राज्यपाल की ओर से जवाब में कहा गया है कि विधानसभा का सत्र बुलाने के लिए 21 दिनों का नोटिस चाहिए, इसके अलावा कोरोना संकट के बीच में सत्र का आयोजन कैसे किया जाएगा इसपर जानकारी मांगी है ।
बता दें कि राज्यपाल कलराज मिश्र को हटाने को लेकर राजस्थान की हाईकोर्ट में एक याचिका भी दायर की गई है । इसमें नियमों और कानून को ना मानने की बात कही गई है ।