नई दिल्ली । जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद से पाकिस्तान लगातार अपनी बौखलाहट दर्शा रहा है । जब पाकिस्तान यूएन में इस मुद्दे को उठा रहा है , वहीं भारत से अपनी राजनैतिक संबंध खत्म कर रहा है । इस सब के बीच पाकिस्तान ने अनुच्छेद 370 के मुद्दे को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) को एक पत्र भी लिखा है, लेकिन पाकिस्तान को इस मामले में यूएनएससी से झटका लगा है । यहां तक की एक प्रेस वार्ता में जब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्ष जोआना रोनेका से इस संबंध में एक सवाल पूछा गया तो उन्होंने इस मुद्दे पर कोई जवाब देना तक मुनासिब नहीं समझा और अपना बैग उठाकर चल दीं। वहीं अमेरिका इस मुद्दे पर पाकिस्तान को पहले ही चेतावनी दे चुका है । अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने साफतौर पर कहा है कि कश्मीर पर अमेरिका की नीति में कोई बदलाव नहीं होगा।
जानकारी के मुताबिक , संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्ष जोआना रोनेका से एक पत्रकार वार्ता में पूछा गया कि पाकिस्तान द्वारा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) को एक पत्र लिखा गया है, इस पर आपका क्या जवाब है? इस सवाल को सुनते ही जोआना रोनेका ने अनसुना कर दिया । इतना ही नहीं उन्होंने अपना पर्स उठाया और सवाल को अनसुना करते हुए चल दीं । यूएनएससी अध्यक्ष के इस रुख से साफ हो गया है कि वह भी इस मुद्दे पर कोई हस्तक्षेप करने नहीं जा रहा है ।
देखें कैसे पाकिस्तान के पत्र संबंधी सवाल को खारिज किया गया
इसके साथ ही अमेरिका से भी पाकिस्तान को झटका दिया। अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मॉर्गन ओर्टागस ने मीडिया के सवालों को जवाब देते हुए साफ किया कि कश्मीर में अमेरिकी नीति में कोई बदलाव नहीं होगा । उन्होंने कहा कि हमारे भारत और पाकिस्तान के बीच कई सारे मामले हैं । उन्होंने यह भी कहा कि हाल ही में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान अमेरिका आए, लेकिन वह कश्मीर के लिए नहीं आए थे। कश्मीर एक ऐसा मुद्दा है जिसे हम काफी नजदीक से देख रहे हैं , लेकिन इसके अलावा भी कई सारे ऐसे मुद्दे हैं, जिनपर हम भारत और पाकिस्तान के साथ काफी नजदीक से काम कर रहे हैं ।
बहरहाल , देश की सबसे बड़ी शक्ति भी इस समय भारत के नेतृत्व को देखते हुए किसी तरह के हस्तक्षेप के मूड में नहीं है, हालांकि पिछले दिनों अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मोदी को संदेश देते हुए कहा था कि अगर मोदी चाहें तो वह कश्मीर मामले में हस्तक्षेप कर सकते हैं , लेकिन मोदी सरकार ने झगड़े की जड़ अनुच्छेद 370 को ही खत्म कर दिया है ।