नई दिल्ली । विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के निदेशक डॉ. माइकल जे रायन ने कहा कि कोरोना वायरस(COVID19) का भविष्य में कैसा असर रहेगा , इसका पता भारत जैसी बड़ी जनसंख्या वाले देशों की कार्रवाई से तय होगा। उन्होंने कहा कि चीन की तरह की भारत भी बड़ी जनसंख्या वाला देश है। ऐसे में कोरोना वायरस के दूरगामी परिणाम इस बात पर निर्भर करेंगे कि बड़ी जनसंख्या वाले देश इसे लेकर क्या कदम उठाते हैं। यह बहुत जरूरी है कि भारत जनस्वास्थ्य के स्तर पर कड़े और गंभीर निर्णय अपनी लोगों के लिए लेना जारी रखे। उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत के अधिकांश राज्यों में लॉकडाउन कर दिया गया है और इस वायरस के चलते भारत में 10 मरीजों की मौत हुई है , जबकि 523 लोग इससे संक्रमित हुए हैं।
विदित हो कि भारत में अभी तक कम्युनिटी ट्रांसमिशन की स्टेज नहीं आई है। पूरी दुनिया इस वायरस से बचाव के लिए अपना सबकुछ न्योछावर करने पर लगी हुई है , लेकिन महामारी का रूप ले चुके इस वायरस से बचाव के लिए अभी तक कोई पुष्ट टीका या दवा इजाद नहीं हुई है । डब्ल्यूएचओ के निदेशक का यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत में अभी तक कोरोना वायरस के कहर को काफी हद तक रोक रखा है। दिल्ली में पिछले 24 घंटों में कोई भी कोरोना वायरस से संक्रमित मामला सामने नहीं आया है। महाराष्ट्र और केरल की स्थिति चिंताजनक जरूर है , लेकिन वहां भी स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए हर संभव कदम उठाए गए हैं।
अमेरिका, यूरोप और दक्षिण कोरिया जैसे देशों से अगर भारत की तुलना की जाए, तो अंतर साफ नजर आता है कि कोरोना वायरस की रफ्तार हिंदुस्तान में काफी धीमी है। इटली और अमेरिका में कोरोना वायरस के संक्रमितों की संख्या हजारों में पहुंच गई है। इसकी एक वजह भारत सरकार के द्वारा उठाए गए कुछ कड़े कदम भी हैं।
इस सबके बीच WHO के निदेशक रायन ने कहा कि भारत ने दो मूक हत्यारों- स्मॉल पॉक्स और पोलियो के उन्मूलन में दुनिया का नेतृत्व किया। भारत में जबरदस्त क्षमता है, सभी देशों में जबरदस्त क्षमता है। जब समुदायों और समाजों को जुटाया जाता है, तो कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। बता दें कि भारत ने पोलियो से लंबी लड़ाई लड़ी और कुछ साल ही भारत पोलिया मुक्त हो गया है।
भारत में अभी कोरोना वायरस के 523 मामले सामने आए हैं। भारत में अभी यह महामारी सिर्फ दूसरे चरण तक पहुंची है। हमारी यह कोशिश है कि यह तीसरे चरण यानि कम्युनिटी ट्रांसमिशन (जहां पता ही नहीं चलता कि वायरस किसकी वजह से किसी शख्स में आया) तक नहीं पहुंच है। भारत पूरी ताकत के साथ कोरोना वायरस के साथ जंग लड़ रही है और डब्ल्यूएचओ समेत सभी इसकी तारीफ कर रहे हैं।