श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में आतंकियों की चेतावनी का वहां के युवाओं ने करारा जवाब दिया है। आतंकवादियों के द्वारा युवाओं को एसपीओ की नौकरी नहीं करने की चेतावनी के बावजूद एसपीओ में भर्ती होने के लिए 10 हजार युवाओं ने आवेदन किया है। उनका कहना है कि ऐसी धमकियां कई सालों से चली आ रहीं हैं। नौजवानों का कहना है कि उनके घर का खर्च चलाने के लिए कोई आतंकवादी नहीं आता है। बता दें कि गृहमंत्री ने जम्मू कश्मीर में 2 बटालियनों के अलावा 10 हजार नए एसपीओ की भर्ती करने के निर्देश दिए हैं। गौर करने वाली बात है कि शुक्रवार को ही आतंकियों ने अगवा किए गए 3 एसपीओ की हत्या कर दी है।
गौरतलब है कि घाटी में सक्रिय आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन ने स्थानीय पुलिसकर्मी और एसपीओ के तौर पर नौकरी करने वाले युवाओं को 4 दिनों के अंदर नौकरी छोड़ने की चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसा नहीं करने पर उनकी हत्या कर दी जाएगी। शुक्रवार को ही आतंकियों ने अगवा किए गए 4 एसपीओ में से 3 की हत्या कर दी। खबरों के अनुसार इसके बाद कई एसपीओ ने अपना इस्तीफा दे दिया है। हालांकि सरकार ने इस तरह की खबर से इंकार किया है।
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यहां बता दें कि प्रदेश में निकाय और पंचायतों के चुनाव के बाद एसपीओ और 2 बटालियनों में भर्ती शुरू कर दी जाएगी। इस भर्ती प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर हिस्सा ले रहे युवाओं के आवेदन ने आतंकियों को करारा जवाब देने का काम किया है। इन युवाओं का कहना है कि आतंकियों की ओर से सालों से इस तरह की धमकियां दी जा रही हैं। उनके घर का खर्चा कोई आतंकवादी नहीं चलाता है।
गौर करने वाली बात कि अंतरराष्ट्रीय सीमा पर रहने वाले 25 हजार युवाओं ने एसपीओ में भर्ती होने के लिए आवेदन दिए हैं, अभी कई ऐसे भी हैं जो अपने आवेदन जमा नहीं करा पाए हैं। युवाओं की तादाद को देखते हुए फाॅर्म जमा करने की तारीख को आगे बढ़ाया जा सकता है।