नई दिल्ली । जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में गत 5 जनवरी को हुई हिंसा के बाद जहां देश भर में छात्रों के प्रदर्शन का दौर जारी है , वहीं दिल्ली में इस मुद्दे को लेकर जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार और भाजपा नेता अमिताभ सिन्हा की एक मंच पर जमकर कहासुनी हो गई । कार्यक्रम के दौरान कन्हैया कुमार अपने चिरपरिचित अंदाज में केंद्र की मोदी सरकार पर हमला करते रहे । इस दौरान भाजपा नेता ने कहा - किसी अपराधी को सुधरने के लिए चेतावनी मिलती है । अगर वो न समझे तो ठोकने का मतलब न्यायिक प्रक्रिया में दंडित करना है । इस पर कन्हैया ने पूछा कि जैसे महात्मा गांधी को ठोक दिया था वैसे ही सबको ठोकना चाहते हैं?
विदित हो कि एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम के दौरान दोनों के बीच विवाद हबो गया। इस बीच कन्हैया कुमार ने पूछा कि आप कहते हैं हमने जलगुरू की बरसी मनाई क्या तारिख थी, इ, पर अमितभा सिन्हा ने कहा 9 फरवरी , ...इसके बाद जब कन्हैया ने साल पूछा तो , वह बोले -2016, इस पर कन्हैया ने फिर सवाल दागा आखिर उस दौरान किसकी सरकार थी, तो अमिताभ सिन्हा ने कहा , इसका सरकार से क्या लेना देना , क्रिमिनल आदमी तो सरकार से डरता ही है । इस पर कन्हैया भड़क गए और बोले कि आखिर कौन देश चलाएगा , आप देश चलाएंगे कि सरकार देश चलाएगी...इस बहस में अमिताभ बोले- सरकार हत्या तो नहीं रोक सकती लेकिन हत्यारों को ठोक सकती है।
इसके जवाब में कन्हैया ने कहा - तो जैसे गांधी को ठोक दिया था वैसे ठोक देंगे, हमें भी । इस पर अमिताभ सिन्हा बोले - अगर सुधरोगे नहीं तो ठुक जाओ । किसी अपराधी को सुधरने के लिए चेतावनी मिलती है । अगर वो न समझे तो ठोकने का मतलब न्यायिक प्रक्रिया में दंडित करना है । इस पर कन्हैया ने पूछा कि जैसे महात्मा गांधी को ठोक दिया था वैसे ही सबको ठोकना चाहते हैं?