नई दिल्ली । भारत- चीन के बीच तिब्बत सीमा पर जारी गतिरोध पर ताजा अपडेट आया है । खबर है कि पिछले कुछ समय से तनाव कम करने के लिए दोनों ओर से जारी बातचीत अब रंग लाती नजर आ रही है । 15 जून को जिस जगह पर दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने आई थीं , वहां लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर गलवान घाटी में हिंसा वाले स्थल के पास से चीनी सेना अब करीब एक किमी. पीछे हट गई है । ऐसी खबरें मिल रही हैं कि दोनों देशों की सेना ने रिलोकेशन पर सहमति जाहिर की है । इसके बाद दोनों देशों की सेनाएं अपनी वर्तमान स्थिति से पीछे हटी हैं । इतना ही नहीं गलवान घाटी के पास अब बफर जोन बनाया गया है, ताकि किसी तरह की हिंसा की घटना फिर ना हो पाए । इतनान ही नहीं खबर है कि चीन ने विवादित क्षेत्र में अपनी 62 नई पोस्ट को हटाने पर भी सहमति बना ली है।
बता दें कि गत शुक्रवार को पीएम मोदी के अचानक लेह दौरे ने जहां भारतीय सेना समेत राजनीतिक दलों को चौंकाया था , वहीं चीन में भी एक कड़ा संदेश पहुंचा था । पीएम मोदी के नीमू पोस्ट पर पहुंचने और अपने जवानों को संबोधित करते हुए चीन का नाम लिए बिना उनपर हमला बोला था । पीएम मोदी ने कहा था कि अब विस्तारवाद का वक्त चला गया है और विकासवाद का वक्त आ गया है । इसी बयान के बाद चीन बौखला गया था ।
हालांकि गलवान घाटी में पिछले दिनों दोनों देशों के जवानों के बीच हुई हिंसा में जहां भारत के 20 जवान शहीद हुए थे , वहीं अंतरराष्ट्रीय मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार , भारत ने चीन के करीब 40 जवानों को मार गिराया था ।
बता दें कि भारत और चीन के बीच मई के महीने से तनाव की स्थिति बनी हुई है। ईस्टर्न लद्दाख बॉर्डर पर गलवान घाटी के पास पैंगोंग लेक तक चीनी सेना और भारतीय सेना आमने-सामने हैं । जून के पहले हफ्ते में दोनों देशों के बीच बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ, जहां पर सैन्य लेवल पर बात हुई । भारतीय सेना ने 6 जून, 22 जून और 30 जून को चीनी सेना से बात की, जिसमें मौजूदा स्थिति को वापस अप्रैल से पहले की स्थिति पर ले जाने की बात कही गई. भारत अपने मुद्दे पर अड़ा रहा, लेकिन चीन नहीं माना ।
बॉर्डर के पार चीन की ओर से बढ़ाई जा रही सेना की मौजूदगी के जवाब में भारत ने भी अपनी तैनाती को बढ़ा दिया । अब लद्दाख बॉर्डर पर भारतीय सेना की कई टुकड़ियां तैनात हैं । इस सबके बीच अब खबर आई है कि दोनों देशों की सेनाएं एक किलोमीटर पीछे आने को तैयार हो गई हैं।