नई दिल्ली । केंद्र की मोदी सरकार द्वारा पाकिस्तान को बिना युद्ध किए घुटनों के बल लाने की रणनीति अब कारगर नजर आ रही है । अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अलग - थलग हो चुका पाकिस्तान अब अपने के मुंह फेर लेने की पीड़ा सह रहा है । खबर है कि पाकिस्तान पोषित आतंकवाद के मुद्दे पर अब पाकिस्तान का घनिष्ठ मित्र चीन और सऊदी अरब भी अब भारत के साथ आ गए हैं । ऐसी खबरें हैं कि अब जून में फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की बैठक से पहले चीन और सऊदी ने पाकिस्तान को आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करने और फंडिंग रोकने के कड़े संदेश दिए हैं । दोनों देशों ने पाकिस्तान को आतंकवाद पर अपनी प्रतिबद्धताएं एफएटीएफ की समयसीमा के भीतर पूरी करने के लिए कहा है जिसमें सभी आतंकी संगठनों के सरगनाओं के खिलाफ कार्रवाई भी शामिल है ।
बता दें कि हाल में फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATM) की बैठक में पाकिस्तान को ग्रे सूची में रखने का फैसला लिया गया है , हालांकि यह काली सूची में जाएगा कि नहीं इसका फैसला जून में हो सकता है । इससे पहले पाकिस्तान के करीबी दोस्त चीन और सऊदी अरब ने भी अब पाकिस्तान को आतंकवाद के मुद्दे पर घेरना शुरू कर दिया है । इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक , सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि पाकिस्तान को लेकर अब चीन ने अपने रुख में बड़ा बदलाव किया है । फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स में हमेशा पाकिस्तान के समर्थन में खड़े रहने वाले चीन ने अब अपने करीबी दोस्त को घेरने की रणनीति बनाना सुरू कर दिया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, अगर पाकिस्तान जून से पहले आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं करता है तो उसे इसके गंभीर नतीजे भुगतने होंगे । एफएटीएफ गुरुवार को पाकिस्तान के ब्लैकलिस्ट होने के मामले पर आधिकारिक तौर पर घोषणा करेगा । कुछ समय पहले जिनपिंग की भारत यात्रा के दौरान चीनी राष्ट्र प्रमुख शी जिनपिंग ने बयान में कहा था, एक विशाल और विविधता वाले देश के नाते हम यह सुनिश्चित करेंगे कि आतंकियों के प्रशिक्षण और उनकी फंडिंग के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समुदाय की कड़ी कार्रवाई हो । रिपोर्ट में कहा गया है कि तुर्की को छोड़कर लगभग सभी एफएटीएफ सदस्य देशों ने पाकिस्तान को आतंकवाद के मुद्दे पर कड़ा संदेश दिया है ।कहा गया है कि वह जून 2020 तक 13 सूत्रीय ऐक्शन प्लान को पूरा कर ले । इस 13 सूत्रीय ऐक्शन प्लान में सभी आतंकी संगठनों के शीर्ष नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करना भी शामिल है ।