नई दिल्ली । कानपुर के शेल्टर होम को लेकर सियासी बयानबाजी अपने चरम पर पहुंच है । शेल्टर होम में 57 बच्चियों के कोरोना संक्रमित पाए जाने और 6 लड़कियों के गर्भवति होने की खबर को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने बड़ी जोर शोर से उठाया, जिस पर उत्तर प्रदेश बाल संरक्षण आयोग ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को नोटिस भेजा था । इस नोटिस का जवाब शुक्रवार सुबह प्रियंका गांधी ने दिया। अपने जवाब में प्रियंका वाड्रा ने कहा कि वह इंदिरा गांधी की पोती हैं, कोई अघोषित भाजपा प्रवक्ता नहीं हैं ।
प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपने ट्विटर पर लिखा, ‘जनता के एक सेवक के रूप में मेरा कर्तव्य यूपी की जनता के प्रति है और वह कर्तव्य सच्चाई को उनके सामने रखने का है । किसी सरकारी प्रॉपेगेंडा को आगे रखना नहीं है । यूपी सरकार अपने अन्य विभागों द्वारा मुझे फिजूल की धमकियां देकर अपना समय व्यर्थ कर रही है’।
उन्होंने लिखा - जो भी कार्यवाही करना चाहते हैं, बेशक करें । मैं सच्चाई सामने रखती रहूंगी । मैं इंदिरा गांधी की पोती हूं, कुछ विपक्ष के नेताओं की तरह भाजपा की अघोषित प्रवक्ता नहीं ।
असल में पिछले दिनों प्रियंका वाड्रा ने अपने फेसबुक पोस्ट में कानपुर शेल्टर होम में नाबालिग लड़कियों के गर्भवती होने और खासकर एचआईवी और हेपेटाइटिस सी के संक्रमित होने की बात कही थी । इसी को लेकर प्रदेश के प्रदेश बाल संरक्षण आयोग यह नोटिस जारी किया गया था ।नोटिस में कहा गया था कि इस पोस्ट को तीन दिन के अंदर हटाएं, अन्यथा कानूनी एक्शन लिया जाएगा ।