नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को फ्लोर लीडर के साथ लॉकडाउन का समय बढ़ाने के साथ ही कई अन्य मुद्दों पर मंथन बैठक कर रहे हैं । इस बैठक में विपक्ष के कई नेता मौजूद हैं । खबर है कि इस दौरान विपक्ष ने नेताओं ने पीएम मोदी के सामने कोविड 19 के फ्री टेस्ट के साथ ही कई अन्य मांगें रखी हैं । पीएम मोदी के साथ इस दौरान विपक्षी दलों के कई नेताओं के साथ भाजपा के भी कुछ मंत्री वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिए चर्चा कर रहे हैं । वहीं इस सबके बाद सभी दलों के नेताओं के साथ लॉकडाउन की समयसीमा को लेकर भी कोई आम राय बनाई जा सकती है , हालांकि कुछ राज्यों ने साफ कर दिया है कि एकदम से लॉकडाउन हटाना काफी संकटभरा भी हो सकता है ।
बता दें कि मोदी के साथ इस मंथन बैठक में कांग्रेस की ओर से गुलाम नबी आजाद और अधीर रंजन चौधरी, शिवेसना की ओर से विनय राउत और संजय राउत, टीएमसी की ओर से टीआर बालू, एआईएडीएमके की ओर से नवनीत कृष्णनन, टीएमसी की ओर से सुदीप बंदोपाध्याय, टीआरएस की ओर से नम्मा नागेश्वर राव और के केशवा राव, सीपीआईएम की ओर से ई करीम , एनसीपी की ओर से शरद पवार बात करेंगे । इसी क्रम में इसके अलावा अकाली दल की ओर से सुखबीर बादल, एलजेपी की ओर से चिराग पासवान, जेडीयू की ओर से आरसीपी सिंह, एसपी की ओर से राम गोपाल यादव, बीएसपी की ओर से दानिश अली और सतीश मिश्रा, वाईएसआर कांग्रेस की ओर से विजयसाईं रेड्डी और मिधुन रेड्डी, बीजेडी की ओर से पिनाकी मिश्रा और प्रसन्ना आचार्य पक्ष रख रहे हैं ।
खबर है कि इस बैठक में फ्लोर लीडर्स ने पीएम नरेंद्र मोदी के सामने 5 मांगें रखी है । इसमें राज्य एफआरबीएम राजकोषीय सीमा को 3 से 5 फीसदी करने, राज्यों को उनका बकाया देने, राहत पैकेज को जीडीपी के एक फीसदी से बढ़ाकर 5 फीसदी करने, कोरोना टेस्ट को फ्री करने और पीपीई समेत सभी मेडिकल इक्विपमेंट को मुहैया कराने की मांग की गई है ।