नई दिल्ली । दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए मंगलवार को नामांकन के आखिर दिन के साथ ही अब चुनाव प्रचार का दौर शुरू होगा । दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को करीब 6 घंटे के इंतजार के बाद अपना नामांकन दाखिल किया। इसका कारण जामनगर हाउस के आरओ ऑफिस में नामांकन दाखिल करने वालों की लंबी कतार का होना था। सीएम केजरीवाल के नामांकन में देरी को लेकर आम आदमी पार्टी ने इसका ठीकरा भाजपा पर फोड़ा । उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और आप विधायक सौरभ भारद्वाज ने इस लंबी लाइन को भाजपा की साजिश का हिस्सा करार दिया । वहीं केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा है कि मैं अपना नामांकन दाखिल करने के लिए इंतजार कर रहा हूं । मेरा टोकन नंबर 45 है । यहां पर्चा भरने के लिए कई लोग लाइन में लगे हैं, मुझे बहुत खुशी है कि लोकतंत्र के इस पर्व में कई लोग शिरकत कर रहे हैं। हालांकि इससे पहले सोमवार को जब अरविंद केजरीवाल नामांकन दाखिल करने पहुंचे थे, तब भी समय की कमी के कारण उनका नामांकन टल गया था ।
बता दें कि विधानसभा चुनावों के अंतिम दिन काफी लोग नामांकन दाखिल करने के लिए जामनगर हाउस पहुंचे । मुख्यमंत्री केजरीवाल भी दोपहर बाद अपना नामांकन दाखिल करने के लिए पहुंचे तो वहां लंबी लाइन देखी । केजरीवाल को नामांकन के लिए जो टोकन मिला है , उसके अनुसार उनका नंबर 45वां है । ऐसे में करीब 6 घंटे से ज्यादा समय के इंतजार के बाद केजरीवाल अपना नामांकन भर सके । इससे पहले दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, ' भाजपा वालों, चाहे जितनी साजिश कर लो, अरविंद केजरीवाल को ना नॉमिनेशन भरने से रोक पाओगे और ना ही तीसरी बार दिल्ली का मुख्यमंत्री बनने से । तुम्हारी साजिशें कामयाब नहीं होंगी ।
वहीं AAP विधायक सौरभ भारद्वाज का कहना है कि ऐसे लोग नामांकन करने पहुंचे हैं, जिनके पास पेपर नहीं है । 10 प्रस्तावक तक नहीं है , ये लोग केजरीवाल को नामांकन नहीं करने दे रहे । भाजपा इन लोगों के पीछे है । इससे पहले इन लोगों ने हंगामा भी किया था । इस पर केजरीवाल ने कहा - कोई बात नहीं! कुछ लोग पहली बार नामांकन भर रहे हैं, ऐसे में उनसे गलती हो जाती है. हमें इंतजार करना चाहिए ।इंतजार करना मुझे अच्छा लग रहा है । वो भी परिवार का हिस्सा हैं ।
असल में केजरीवाल कुछ घंटे पहले नामांकन भरने के लिए रिटर्निंग ऑफिसर के दफ्तर जामनगर हाउस पहुंचे थे । इस वक्त वे रिटर्निंग ऑफिसर के दफ्तर में हैं । केजरीवाल जब जामनगर हाउस पर्चा भरने के लिए पहुंचे तो बाहर कुछ लोगों ने उनके खिलाफ नारेबाजी की । इसके बाद यहां की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी ।