लखनऊ। राज्य सरकार ने बोर्ड की परीक्षा में होने वाले फर्जीवाड़े पर लगाम लगाने की कवायद तेज कर दी गई है। उत्तरप्रदेश में पहली बार यह फैसला लिया गया है कि बोर्ड की परीक्षा में ड्यूटी देने वाले हर शिक्षक को विशेष कोड दिया जाएगा ताकि परीक्षा के दौरान कोई भी फर्जी शिक्षक बनकर गार्डिंग न कर सके। बता दें कि पहले ही घटनाओं से सबक लेते हुए राज्य के शिक्षा विभाग ने यह फैसला लिया है।
शिक्षकों को मिलेंगे विशेष कोड
गौरतलब है कि राज्य में होने वाली परीक्षाओं के दौरान बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े के मामला सामने आते रहे हैं जिससे सरकार की काफी किरकिरी हुई है। अब योगी सरकार ने इस पर लगाम लगाने की प्रक्रिया तेज कर दी है। यहां बता दें कि इस साल होने वाली बोर्ड परीक्षा मार्च में शुरू होने वाली है ऐसे में अब शिक्षकों को विशेष कोड देने की तैयारी की जा रही है।
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शिक्षकों की विशेष पहचान
आपको बता दें कि शिक्षकों के परिचय पत्र के साथ शिक्षकों का ब्योरा परीक्षा कार्यालय में जमा किया जा रहा है। इसके आधार पर विभाग सभी शिक्षकों को विशेष कोड जारी करेगा। इस कोड से ही ड्यूटी करने वाले शिक्षक पहचाने जाएंगे बता दें कि यह कोड विभाग के साथ ही शिक्षक के परिचय पत्र पर भी अंकित होगा। बोर्ड परीक्षा में निरीक्षण के समय कोड देखकर ही शिक्षक का पूरा ब्योरा सामने आ जाएगा। यहां यह भी जान लें कि शिक्षा विभाग ने परीक्षा के दौरान शिक्षकों की ड्यूटी प्रक्रिया में भी बदलाव किया है। अब खुद विभाग ही शिक्षकों की ड्यूटी निर्धारित करेगा। पहले यह जिम्मेदारी केन्द्र निरीक्षक को दी जाती थी वे फोन कर शिक्षकों को ड्यूटी के लिए बुलाते थे।