नई दिल्ली । देश में वर्ष 2020 एक के बाद एक आफत लेकर आ रहा है । साल की शुरुआत में कोरोना , फिर कई बार भूकंप के झटके , चक्रवाती तूफान के बाद अब बाढ़ देश ने दस्तक दी है । इस क्रम में असम में बाढ़ ने अपने पांव पसारने शुरू कर दिए हैं । असम में बाढ़ के कहर से हजारों की संख्या में लोग सड़क पर आने को मजबूर हो गए हैं । राज्य में पिछले एक हफ्ते से लगातार बारिश हो रही है , जिसके चलते अब राज्य के कई हिस्सों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है । मौजूदा स्थिति के चलते अब तक 38,000 लोग इससे प्रभावित हुए हैं । असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की प्रतिदिन की रिपोर्ट के मुताबिक राज्य में बाढ़ में एक और व्यक्ति की मौत हो जाने के साथ कुल मृतक संख्या बढ़ कर 12 हो गई है ।
मिली जानकारी के अनुसार , पिछले 7 दिनों से लगातार जारी बारिश के चलते इस समय राज्य की नदियों में पानी खतरे के निशान के पास पहुंच गया है । गुवाहाटी में ब्रह्मपुत्र नदी का पानी खतरे के निशान से सिर्फ एक मीटर नीचे है. हालांकि नदी का जलस्तर तेजी से ऊपर की ओर बढ़ रहा है । केंद्रीय जल आयोग के अधिकारी साजिदुल हक ने बताया, 'ब्रह्मपुत्र नदी के पानी का स्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है और इसके और बढ़ने की संभावना है . वर्तमान में पानी का स्तर खतरे के निशान से 1 मीटर नीचे है।'
बाढ़ के कारण असम के 100 से ज्यादा गांवों में पानी घुस गया है. यही कारण है कि इन गांवों को लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, इस बाढ़ से फसल भी चौपट हो गई है । यहां करीब 5,031 हेक्टेयर भूमि की फसल बर्बाद हो चुकी है ।आलम यह है कि डिब्रूगढ़ में सीआरपीएफ के हेडक्वार्टर में भी बाढ़ का पानी घुस गया है जिसके कारण जवानों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है । यहां जवानों के बेड रूम तक पानी पहुंच गया है ।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने यहां बताया कि अब तक बाढ़ से 12 लोगों की मौत हो गई है । पिछले 24 घंटे में बाढ़ से शिवसागर जिले में एक व्यक्ति की मौत हुई है । बता दें कि बाढ़ के कारण असम के देहामजी, जोरहट, शिवसागर और डिब्रूगढ़ जिले में लोगों का जीना मुहाल हो गया है ।