नई दिल्ली । जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारुख अब्दुल्ला की आखिरकार 6 माह बात नजरबंद हटाई जा रही है । जम्मू कश्मीर प्रशासन ने इसका आदेश जारी कर दिया है । गत 15 सितंबर से फारुख अब्दुल्ला को उनके घर में ही पब्लिक सेफ्टी एक्ट (PSA) के तहत नजरबंद किया गया था । हालांकि प्रशासन के इस फैसले के बाद अब संभावना जताई जा रही है कि नजरबंद किए गए अन्य नेताओं पर से भी यह पाबंदी हटाई जाएगी । इन नेताओं में खासतौर पर राज्य के अन्य दो सीएम उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती भी शामिल हैं।
बता दें कि केंद्र की मोदी सरकार ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के साथ ही कई लोगों को PSA के तहत घरों में ही नजरबंद कर दिया था । इनमें राज्य के पूर्व तीन मुख्यमंत्रियों समेत कई अन्य नेताओं को नजरबंद किया गया था । पिछले 6 माह से अपने घरों में नजरबंद इन नेताओं में से अब फारुख अब्दुल्ला पर से नजरबंदी हटाए जाने का फरमान अब प्रशासन की ओर से जारी हुआ है ।
इस सब के बाद नेशनल कांफ्रेंस के साथ ही अन्य दलों की मिश्रित प्रतिक्रिया आ रही है । जहां नेशनल कॉफ्रेंस के नेताओं ने इस मोदी सरकार की तानाशाही करार दिया , वहीं भाजपा नेताओं का कहना था कि घाटी में शांति बरकरार रखने के लिए यह कदम उठाए जाने जरूरी थे ।