नई दिल्ली । भारत में त्योहारी सीजन की शुरुआत के साथ ही एक बार फिर से सोने के दाम आसमान छूने लगे हैं। पिछले कुछ दिनों से एक सोने की कीमतें दिनों दिन ऊपर चढ़ती जा रही है । भारतीय बुलियन मार्केट में इस समय सोना 38 हजार 450 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर है, लेकिन बाजार के जानकारों का कहना है कि सीजन के दिनों में यह 40 हजार को छू जाएगा। सोने के भाव में तेजी की बात करें तो पिछले 7 माह में ही सोने के दाम में 20 फीसदी के करीब की तेजी देखने को मिली है । इतना ही नहीं पिछले 12 दिनों में ही सोने के दाम में 2750 रुपये की बढ़त हुई है । बता दें, डॉलर के मुकाबले रुपया लगातार कमजोर हो रहा है। रुपया जितना कमजोर होगा, भारत में सोना उतना महंगा होगा।
बाजार के जानकारों का कहना है कि ट्रेड वार की वजह से सोने की तरफ निवेशकों रुझान बढ़ा है । मंगलवार को सोने की कीमत 6 सालों के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई. आने वाले दिनों में इसमें तेजी की संभावना बनी हुई है, इसलिए, वर्तमान में सोने में निवेश करना हर लिहाज से फायदेमंद होगा । इससे संबंधित कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं को समझने की कोशिश करते हैं ।
जानकारों की मानें तो सोने की कीमत में तेजी की सबसे बड़ी वजह ग्लोबल राजनीतिक संकट है । अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर गहराता जा रहा है । हाल में अमेरिका ने चीन की वस्तुओं पर आयात शुल्क लगाया है । अमेरिका के मुताबिक चीन अपनी करेंसी युआन के साथ छेड़छाड़ कर रहा है। यही वजह है कि अमेरिका ने चीन की युआन को 'करेंसी मैनिपुलेटर' करार दिया है । दोनों देशों के बीच बन रहे इन हालातों में निवेशक सुरक्षित निवेश के लिए सोने के विकल्प को अपना रहे हैं । सोने की डिमांड होने की वजह से कीमतों में तेजी आ रही है ।
वहीं भारत सोने के बड़े आयातकों में से एक है । यह अपनी जरूरत का ज्यादा हिस्सा आयात करता है, लेकिन, बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इंपोर्ट टैक्स 10 फीसदी से बढ़ा कर 12.5 फीसदी कर दिया। इसकी वजह से रेट पर सीधा असर दिखाई दिया । अगर किसी देश का सेंट्रल बैंक रेट कट करता है तो सोने की कीमत में उछाल आता है ।
भारतीय रिजर्व बैंक इस साल में अब तक चार बार रेट कट कर चुका है । आने वाले दिनों में और रेट कट की संभावना है । इसलिए, सोने की कीमत में उछाल आएगा ।