अहमदाबाद।
राज्यसभा चुनाव से पहले गुजरात कांग्रेस में लगातार भगदड़ मची हुई है। कांग्रेस से 6 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है। पार्टी को और टूट से बचाने के लिए कांग्रेस ने अपने 40 विधायकों को विमान से बेंगलुरू भेज दिया है। इन विधायकों को बेंगलुरू के एक रिजॉर्ट में राज्यसभा चुनाव के पहले तक रखा जाएगा।
जानकारी के अनुसार, कांग्रेसी विधायक दो दलों में बेंगलुरू पहुंचे। शुक्रवार देर रात 31 विधायक अहमदाबाद से बेंगलुरू पहुंचे। इसके बाद राजकोट से 9 विधायक भी आज सुबह 5 बजे बेंगलुरू पहुंच गए। कांग्रेस के एक विधायक के मुताबिक कांग्रेस को तोड़ने के अपने गेम प्लान में बीजेपी सफल न हो पाए, इसके लिए पार्टी के विधायकों को बंगलुरु भेजा गया है। विधायक ने कहा कि कांग्रेस के विधायकों को बीजेपी पैसे और पुलिसिया दबाव आदि के द्वारा तोड़ने का प्रयास कर रही है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 6 और विधायकों को बेंगलुरु ले जाया जा रहा है। नाम न उजागर करने की शर्त पर पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, गुजरात में मौजूदा हालात को देखते हुए जहां हमारे सदस्यों को लालच देने की कोशिश की जा रही है, हम अपने 46 विधायकों को बेंगलुरू लेकर जा रहे हैं।
बता दें कि गुजरात के विधानसभा में कुल 182 सीट हैं, जिसमें से 121 बीजेपी और निर्दलीय विधायक हैं, जबकि कांग्रेस के 57 विधायक थे। एनसीपी के 2, जेडीयू और जीपीपी का एक-एक विधायक हैं। इस स्थिति में राज्यसभा की एक सीट के लिए कम से कम 46 वोट चाहिए होते हैं। लेकिन अब स्थिति बदली है, क्योंकि 6 विधायक इस्तीफा दे चुके हैं तो कुल संख्या 176 हो गई है। इसलिए जीतने के लिए सिर्फ 45 वोट ही चाहिए।
अहमद पटेल की सदस्यता खतरे में
गुजरात कांग्रेस के कई विधायकों के एक साथ बीजेपी में शामिल होने के साथ ही अहमद पटेल की राज्यसभा सदस्यता को लेकर खतरा बढ़ गया है। शंकर सिंह वाघेला समर्थक विधायकों की संख्या 16 बताई जा रही है। ऐसे में अगर ये सभी 16 विधायक इस्तीफा देते हैं तो अहमद पटेल के लिए चुनाव जीतना मुश्किल हो जाएगा।