नई दिल्ली । भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर कोर कमांडर स्तर की बातचीत शुरू हो गई है । यह बैठक सुबह 9 बजे से लद्दाख में चुशूल के पास चीन की सीमा स्थ्ति मोल्दो में शुरू हुई । जहां इस बैठक में भारत की ओर से लेह स्थित 14 वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह करेंगे । लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के पास एक महीने से जारी तनाव को कम करने के लिए होने वाली ये बैठक कॉर्प कमांडर स्तर की है । सूचना के अनुसार , भारत चर्चा के दौरान चीन से गलवान घाटी, हॉट स्प्रिंग और पेंगांग झील के फिंगर 4 से पीछे हटने की मांग सख्ती से उठाएगा । पेंगांग झील (Pangong Lake) के मुद्दे पर भारत एक इंच भी झुकने के लिए तैयार नहीं है । चीन की तरफ से भी चीनी सेना के कमांडर बैठक में होंगे. बैठक में दोनों तरफ से ब्रिग्रेडियर स्तर के एरिया कमांडर भी मौजूद रहेंगे । इस बैठक पर आज देश के साथ पूरी दुनिया की नजरें होंगी क्योंकि इस बैठक से निकलने वाला फैसला दोनों देशों की आगे की रणनीतियों को प्रभावित करेगा ।
कुछ ऐसा हो सकता है भारत का प्रस्ताव
ऐसी संभावना है कि भारत की ओर से लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह चीनी समकक्ष के सामने बातचीत में पैंगोंग त्सो, गलवान घाटी और डेमचोक में तनाव कम करने का ठोस प्रस्ताव रख सकते हैं। पूर्वी लद्दाख के ये वो तीन अहम इलाके हैं जहां करीब एक महीने से दोनों देशों के बीच तनाव बना हुआ है । इनमें गलवान में तो परिस्थिति थोड़ी बेहतर हुई है, लेकिन पैंगोंग त्सो को लेकर ज्यादा तनाव है । भारत चर्चा में चीन से हर हालत में फिंगर 4 से पीछे जाने के लिए कहेगा । साथ ही भारत उन बख्तरबंद गाड़ियों और तोपों को भी पीछे ले जाने के लिए कहेगा जिन्हें चीन अप्रैल और मई में आगे लेकर आया है । चीन ने इस विवाद में लगभग 5000 सैनिकों को तैनात किया है, भारत ने भी लगभग उतनी ही जवाबी तैनाती की है ।
पेंगांग झील के फिंगर 4 तक पहुंचे चीनी सैनिक
असल में भारत के लिए चिंता का विषय यह भी है कि चीन के सैनिक लद्दाख में पेंगांग झील के फिंगर 4 तक आ गए हैं, जहां भारतीय सैनिकों के साथ उनका टकराव हुआ । यहां भारतीय दावा फिंगर 8 तक है जहां भारतीय सैनिक गश्त के लिए जाते थे । चीन ने यहां कारगिल संघर्ष के दौरान फिंगर 5 तक सड़क बना ली जबकि भारत की सड़क फिंगर 3 तक जाती है । चीन फिंगर 2 तक अपना दावा करता है ।
आमने सामने बैठे हैं भारत - चीन के सैनिक
इस समय भारतीय औऱ चीनी सैनिक फिंगर 4 के पास एक-दूसरे के सामने बैठे हैं । पीछे भी दोनों देशों के जवानों के बीच झड़प हो चुकी है , लेकिन अब थोड़ी दूरी प र दोनों देशों के जवान आमने सामने बैठे हैं । कोर कमांडर ले.जनरल हरिंदर सिंह लेह से हेलीकॉप्टर से चुशूल पहुंचें , जहां से वो चीन की सीमा में पहुंचे ।
डोकलाम के बाद सबसे बड़ा विवाद
इस तनाव को दोनों देशों के बीच 2017 में डोकलाम की घटना के बाद सबसे बड़ा सैनिक तनाव माना जा रहा है । गलवान घाटी में चीनी सैनिक एलएसी से आगे आ गए और साथ ही आसपास की पहाड़ियों पर भी उन्होंने अधिकार कर लिया । यहां भारत की तरफ से अपने इलाके में बनाई जा रही सड़क और पुल को चीनियों ने अपने आक्रामक रवैए का बहाना बना लिया । इसी तरह हॉट स्प्रिंग में भी चीनी सैनिकों ने आगे आकर मोर्चाबंदी कर ली ।
चीन ने चुना नया कमांडर
सीमा पर जारी तनाव के चीन ने भारतीय सीमा पर तैनात सैनिकों के लिए एक नया कमांडर चुन लिया है । पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की वेस्टर्न थियेटर कमांड की आधिकारिक वेबसाइट पर ये घोषणा की गई है कि चीन ने लेफ्टिनेंट जनरल शू किलिंग को नया कमांडर नियुक्त किया है । PLA की वेस्टर्न थियेटर कमांड 3488 किलोमीटर लंबी LAC पर नजर रखती है । चीन ये फैसला शनिवार की बैठक से ठीक पहले लिया है ।