पटना । लोकसभा में शुक्रवार को कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने तीन तलाक बिल पेश किया । हालांकि इस दौरान कांग्रेस समेत कुछ अन्य विपक्षी दलों ने इस बिल के नए ड्राफ्ट का विरोध जताया और उसे संविधान और मुस्लिम लोगों के विरोध में करार दिया । इस सब के बीच एनडीए के सहयोगी घटक दल जेडीयू ने भी इस बिल को लेकर विरोध दर्ज कराया है । बिल पेश करने के साथ ही बिल के मौजूदा स्वरूप को लेकर जदयू के प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए इस बिल का समर्थन नहीं करने की बात कही ।
उन्होंने कहा कि जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने लॉ कमीशन को इस बारे में बताया था । उन्होंने कहा क्योंकि यह मामला काफी नाजुक है, इसलिए इसमें सभी पक्षों से बात कर आम सहमति बनाने की कोशिश करनी चाहिए । उन्होंने कहा कि इस बिल के बारे में एनडीए में कभी कोई चर्चा नहीं हुई।
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वहीं योग दिवस के कार्यक्रम में जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार के शामिल नहीं होने पर केसी त्यागी ने कहा कि यह कोई एनडीए का कार्यक्रम नहीं है । योग तो महज व्यायाम है. इसमें जो शामिल होना चाहते हैं उनका भी स्वागत, जो अनुपस्थित होना चाहते हैं उनका भी स्वागत । इतना ही नहीं उन्होंनेन बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के ट्वीट पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी । उन्होंने कहा कि इस तरह की गलतियां जानबूझकर नहीं की जाती है । सुशील मोदी पढ़े-लिखे व्यक्ति हैं। भूल से हो गई होगी गलती । ज्ञात हो कि सुशील मोदी के ट्विटर हैंडल से जारी ट्वीट में उनके पद में मुख्यमंत्री लिख दिया गया था । बाद में उसे हटा लिया था।
Loksabha Live - हंगामे के साथ कानून मंत्री ने लोकसभा में फिर पेश किया तीन तलाक बिल