भोपाल । मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार पर छाए संकट के बादल कुछ दिनों के लिए छट गए हैं , हालांकि संकट अभी भी बरकरार है । असल में सोमवार सुबह मध्य प्रदेश विधानसभा की कार्यवाही को आगामी 16 मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया गया है । राज्यपाल लालजी टंडन ने अपने अभिभाषण में कहा कि सभी सदस्यों को शुभकामना के साथ सलाह देना चाहता हूं कि प्रदेश की जो स्थिति है, उसमें अपना दायित्व शांतिपूर्ण तरीके से निभाएं । उन्होंने कहा - जैसे ही अपनी बात पूरी की तो विधानसभा में हंगामा हुआ । तबीयत खराब होने की वजह से राज्यपाल ने अपना पूरा भाषण नहीं पढ़ा, वह सिर्फ अभिभाषण की पहली और आखिरी लाइन ही पढ़ पाए । राज्यपाल लालजी टंडन ने अपने अभिभाषण में विधायकों से नियम का पालन करने को कहा ।
बता दें कि कांग्रेस के 22 विधायकों ने इस्तीफा देने की बात कही है, जिसके बाद से कमलनाथ सरकार पर संकट बरकरार है । सोमवार को सीएम कमलनाथ को फ्लोर टेस्ट की परीक्षा से गुजरना पड़ सकता था लेकिन मध्य प्रदेश विधानसभा की कार्यवाही को कोरोना वायरस के चलते स्थगित किया गया ।
इस सबके बाद अब सबकी नजर राज्य के विधानसभा स्पीकर एनपी प्रजापति पर है । क्योंकि क्या आज ही फ्लोर टेस्ट होगा, इसपर फैसला स्पीकर ही ले सकते हैं । इससे पहले , मुख्यमंत्री कमलनाथ की तरफ से राज्यपाल लालजी टंडन को चिट्ठी लिख कर अवगत कराया गया है कि मौजूदा स्थिति में फ्लोर टेस्ट नहीं कराया जा सकता है । कमलनाथ ने आरोप लगाया है कि भाजपा ने कांग्रेस के कई विधायकों को कर्नाटक में बंदी बना लिया है ।