पठानकोट । देश-दुनिया को हिला देने वाली जम्मू कश्मीर के कठुआ में 8 वर्षीय बच्ची के साथ सामुहिक दुष्कर्म के मामले में पठानकोट कोर्ट ने सोमवार अपना फैसला सुना दिया । कोर्ट ने इस कांड के आठ में से 6 आरोपियों को दोषी करार दिया है । इस मामले में कुल 8 आरोपी थे, जिनमें से आनंद दत्ता , दीपक खजूरिया , विशाल तिलक राज, सुरेंद्र , परवेश , ग्राम प्रधान सांजी राम को कोर्ट ने दोषी करार दिया है । इस मामले में कोर्ट ने सांजी राम के बेटे विशाल को बरी कर दिया है । जबकि इस कांड में शामिल नाबालिग की इस कोर्ट में सुनवाई नहीं चल रही है । लंच के बाद इस कोर्ट में दोषियों की सजा पर भी फैसला आ सकता है ।
ये था पूरा मामला
असल में कठुआ में 10 जनवरी को 8 साल की एक बच्ची के साथ सामूहिक बलात्कार के बाद उसकी हत्या कर दी गई थी । बच्ची दोपहर में घर से घोड़ों को चराने के लिए निकली थी लेकिन वापस नहीं लौटी । करीब एक हफ्ते बाद 17 जनवरी को उसका शव जंगल में मिला। मेडिकल जांच में सामने आया कि उसके साथ कई दिनों तक सामूहिक बलात्कार हुआ था और बाद में पत्थरों से मारकर उसकी हत्या की गई थी। इस घटना के सामने आते ही पूरा देश गुस्से से उबल पड़ा था । इस मामले ने देश ही नहीं दुनिया में भी सुर्खियां बटोरी थीं । आम आदमी से लेकर बॉलीवुड सितारे तक इस मामले में अपने बयान देते नजर आए । इस मामले में पुलिस ने कुल 8 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से एक को नाबालिग बताया गया. हालांकि, मेडिकल परीक्षण से यह भी सामने आया कि नाबालिग आरोपी 19 साल का है। पूरी वारदात के मुख्य आरोपी ने खुद ही सरेंडर कर दिया था ।
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सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में पठानकोट कोर्ट में हुई सुनवाई
बता दें कि यह मामला यूएन तक पहुंच गया था , जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में इस मामले की सुनवाई पठानकोट कोर्ट में शुरू हुई थी । हालांकि पहले कठुआ गैंगरेप मामले में SC के पास इसका ट्रायल चंडीगढ़ शिफ्ट करने और मामले को CBI को देने संबंधी याचिकाएं मिली थीं। पीड़िता के पिता ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर केस को जम्मू-कश्मीर से बाहर ट्रांसफर करने की मांग की थी, जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने फैसला लेते हुए मामले की सुनवाई पंजाब में पठानकोट कोर्ट को ट्रांसफर किया था। SC ने इस मामले की CBI जांच की मांग को खारिज कर दिया था ।
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छावनी में तब्दील हुआ कोर्ट परिसर
इस फैसले को सुनाए जाने से पहले पठानकोट कोर्ट परिसर को पूरी तरह छावनी में तब्दील कर दिया गया था । करीब एक हजार से ज्यादा पुलिसकर्मियों को यहां तैनात कर दिया गया था । इसके अलावा बम निरोधक दस्ता, दंगा नियंत्रक दस्ता भी यहां पर तैनात हैं ।
ये हैं गिरफ्तार किए गए आरोपी
वहीं इस कांड में जिन 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया था , उनमें स्पेशल पुलिस ऑफिसर दीपक खजुरिया, पुलिस ऑफिसर सुरेंद्र कुमार, रसाना गांव का परवेश कुमार, असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर आनंद दत्ता, हेड कांस्टेबल तिलक राज, पूर्व राजस्व अधिकारी का बेटा विशाल और उसका चचेरा भाई (जिसे नाबालिग बताया गया) शामिल था । इसके अलावा मुख्य आरोपी ग्राम प्रधान सांजी राम भी पुलिस की गिरफ्त में है ।