नई दिल्ली । लोकसभा के नवनिर्वाचित स्पीकर ओम बिड़ला सदन में अपने कड़े रुख के लिए हर दिन सुर्खियों में बने हुए हैं। पिछले दिनों कांग्रेसी सांसदों को फटकार लगाने के बाद अब सदन में चर्चा के दौरान भाजपा के एक केंद्रीय मंत्री की हरकत पर स्पीकर ने उन्हें नसीहत देते हुए उन्हें आसन के अधिकार भी याद दिला दिए । यह केंद्रीय मंत्री कोई और नहीं बल्कि उत्तराखंड के आने वाले केंद्रीय मानव संसाधान विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक थे।
असल में लोकसभा में नवनिर्वाचित स्पीकर ओम बिड़ला अब तक सुचारू ढंग से सदन को चलाने में सफल रहे हैं । चर्चा के दौरान गतिरोध पैदा करने वाले सांसदों को वह फटकार लगाने में कोई कौताही नहीं बरतते । इस कड़ी में मंगलवार को स्पीकर ने केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को चर्चा के दौरान नसीहत दे डाली और आसन के अधिकार भी उनके याद करा दिए । असल में मंगलवार को सदन में केंद्रीय शैक्षणिक संस्था (शिक्षकों के काडर में आरक्षण) विधेयक 2019 पर चर्चा हुई । इस दौरान बिल लोकसभा में ध्वनिमत से पारित हुआ ।
LIVE - संसदीय दल की बैठक में PM MODI का फरमान , बेटा किसी का भी हो... इंदौर जैसी हरकत बर्दाश्त नहीं
हालांकि जब केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल बिल पर चर्चा का जवाब दे रहे थे तभी एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने बिल से जुड़े किसी बिन्दु को सदन में उठाने की इच्छा जताई । ऐसे में उन्होंने अपना हाथ ऊपर उठाया था । इस पर मंत्री ने अपना भाषण रोक दिया और उन्हें बोलने की इजाजत देते हुए कहा - आप कुछ कह रही थीं ।
राहुल गांधी ने खारिज की अशोक गहलोत की अपील , कहा - मैं आपको अपना रुख स्पष्ट कर चुका हूं
बस इतना होते ही स्पीकर ओम बिड़ला ने मंत्री को सदन के नियमों का पाठ पढ़ा दिया । ओम बिडला ने रमेश पोखरियाल को नसीहत देते हुए कहा -माननीय मंत्री जी सदन में बोलने की आज्ञा आप न दें, यहां आज्ञा देने का काम मेरा है । इतना सुनकर सदन में बैठ सासंदों ने ठहाका लगाना शुरू कर दिया ।
देखें वीडियो....