नई दिल्ली। तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एम करुणानिधि का देर शाम निधन हो गया था। उनके अंतिम संस्कार को लेकर उठे विवाद को मद्रास हाईकोर्ट ने खत्म कर दिया है। कोर्ट ने कहा कि करुणानिधि का अंतिम संस्कार मरीना बीच पर ही किया जाएगा। बता दें कि इससे पहले सिर्फ पदासीन मुख्यमंत्री को ही उनके निधन पर मरीना बीच पर अंतिम संस्कार की इजाजत दी गई थी। डीएमके ने कोर्ट में याचिका दायर कर कहा था कि मरीना बीच पर ही उन्हें अंतिम संस्कार की इजाजत दी जाए लेकिन तमिलनाडु सरकार ने ऐसा करने से इंकार कर दिया था। फिलहाल मद्रास हाईकोर्ट द्वारा इजाजत दिए जाने से डीएमके के समर्थकों को काफी राहत मिली है।
गौरतलब है कि चेन्नई की सड़कों पर अपने नेता को श्रद्धांजलि देने के लिए जनसैलाब उमड़ गया है। प्रशासन ने सुरक्षा के इंतजाम को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है। हालांकि बेकाबू समर्थकों पर नियंत्रण करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज भी करना पड़ा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी करुणानिधि को आखिरी विदाई देने के लिए चेन्नई पहुंच चुके हैं उनके साथ रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण भी मौजूद हैं।
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यहां बता दें कि इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री एमजी रामचंद्रन और जयललिता का ही अंतिम संस्कार मरीना बीच पर किया गया है क्योंकि वे निधन के समय भी मुख्यमंत्री के पद पर आसीन थे। डीएमके समर्थकों ने 5 बार के मुख्यमंत्री रह चुके एम करुणानिधि का अंतिम संस्कार मरीना बीच पर ही करने की मांग की थी। अब मद्रास हाईकोर्ट के फैसले के बाद ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि देर शाम तक उनका अंतिम संस्कार कर दिया जाएगा।