जयपुर । केंद्र में दो बार अपनी सरकार बनाने वाले पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपनी राजनीतिक पारी को नई धार देने के लिए एक बार फिर से राज्यसभा सदस्य के तौर पर संसद जाने के लिए नामांकन दाखिल की प्रकिया शुरू की है । इसी कड़ी में वह मंगलवार को जयपुर पहुंचे । असल में राजस्थान प्रदेश इकाई के अध्यक्ष मदनलाल सैनी का निधन होने जाने से राज्यसभा में एक सीट रिक्त हो गई है । ऐसे में इस सीट के लिए उपचुनाव होना है , जिसमें कांग्रेस के पास पर्याप्त संख्या बल होने के चलते उनकी जीत निश्चित है । हालांकि भाजपा ने अभी तक अपनी ओर से किसी प्रत्याशी की घोषणा भी नहीं की है ।
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विदित हो कि 200 सदस्यों वाली राजस्थान विधानसभा में कांग्रेस के पास 100 विधायक हैं। इसके साथ ही उनके पास 12 निर्दलीयों तथा बहुजन समाज पार्टी (BSP) के छह विधायकों का समर्थन भी है । ऐसे में डॉ. मनमोहन का फिर से राज्यसभा में जाना तय है । ऐसा इसलिए भी कहा जा रहा है क्योंकि राज्य के प्रमुख विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (BJP) के पास सिर्फ 73 विधायक हैं । शायद यही कारण है कि भाजपा ने अभी तक अपना कोई उम्मीदवार भी मैदान में नहीं उतारा है ।
बता दें कि पिछले तीन दशक के दौरान यह पहला मौका है जब मनमोहन सिंह संसद में नहीं है । पिछले राज्यसभा चुनावों में कांग्रेस मनमोहन सिंह के लिए सीट पक्की नहीं कर पाई थी । सीट पक्की न होने की स्थिति में विपक्षी दलों ने भी मनमोहन सिंह के राजनीतिक करियर को खत्म मान लिया था , लेकिन एक बार फिर से वह राज्यसभा में जाने के लिए जयपुर नामांकन करने पहुंचे ।
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