नई दिल्ली । भारत में कोरोना वायरस को लेकर सजगता के तहत कई राज्यों ने अपने यहां 31 मार्च तक लॉकडाउन का आदेश दिया है । इस सबके बीच लोगों के लॉकडाउन के बावजूद सड़कों पर निकलने का क्रम जारी है । पंजाब सरकार ने तो इसे देखते हुए अपने यहां कर्फ्यू का ऐलान कर दिया है , जिसमें किसी तरह की ढील नहीं दिए जाने का ऐलान किया गया है । ऐसे हालातों को देखते हुए केंद्र सरकार ने सभी राज्य सरकार को संबोधित एक पत्र लिखा है , जिसमें उन्होंने लॉकडाउन का पालन सख्ती से करने का आदेश दिया है । इतना ही नहीं केंद्र ने राज्य सरकारों से लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का निर्देश भी जारी किया है। पीआईबी के प्रधान महानिदेशक केएस धतवालिया ने एक ट्वीट में कहा कि राज्यों को उन क्षेत्रों में सख्ती से लागू करने के लिए कहा गया है जहां इसकी घोषणा की गई है। इसका उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि पीएम मोदी के आह्वान पर रविवार को पूरे देश ने जनता कर्फ्यू का समर्थन करते हुए अपने आप को घरों में कैद कर लिया था । लेकिन सोमवार को लॉकडाउन के बावजूद काफी संख्या में लोग अपने घरों से निकले । इस देखते हुए खुद पीएम मोदी को एक संदेश जनता के लिए जारी करना पड़ा । पीएम मोदी ने अपने संदेश में लॉकडाउन को गंभीरता से लेने के लिए जनता से अपील की । इस दौरान पीएम मोदी ने राज्य सरकार से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि नियमों और कानून का पालन किया जाए।
पीएम मोदी ने जनता से अपील करते हुए कहाकि कई लोग अभी भी लॉकडाउन को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। कृपया अपने आप को बचाएं, अपने परिवार को बचाएं और निर्देशों का पालन करें। उन्होंने साथ ही राज्य सरकारों से भी अपील की है कि वह इस ओर ध्यान दें। उन्होंने ट्वीट में लिखा कि कानून-व्यवस्था का पालन करने के लिए मैं राज्य सरकारों से अनुरोध करता हूं।
इससे पहले रविवार को केंद्र और राज्य सरकारों ने देश भर के 75 जिलों को पूरी तरह से बंद करने का फैसला किया है जहां कोरोना वायरस के मामले सामने आए हैं। सरकारी अधिकारियों ने 31 मार्च तक अंतरराज्यीय बस सेवाओं को निलंबित करने का भी निर्णय लिया है। जिन जिलों में तालाबंदी की घोषणा की गई थी, वे ऐसे राज्य हैं जिनमें उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब, कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल शामिल हैं।