नोएडा । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को मजदूरों के लिए कई योजनाओं का ऐलान किया । इस सबके बीच यूपी के नोएडा शहर में कोरोना वायरस का पांचवां मामला सामने आया है । जानकारी के मुताबिक , नोएडा सेक्टर-74 स्थित सुपर टेक कैपटाउन सोसायटी में कोरोना वायरस से संक्रमित नया मरीज मिला है। पीड़ित 10 दिन पूर्व पत्नी के साथ यूरोप से लौटा था। स्वास्थ्य विभाग ने दोनों का सैंपल जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा और उन्हें सेल्फ आइसोलेट करने की नसीहत दी थी। अब मिली जानकारी के मुताबिक , रिपोर्ट में कोरोना की पुष्टि होने के बाद डीएम बीएन सिंह ने सेक्टर-74 स्थित एक सोसायटी को शनिवार सुबह 10 बजे से सोमवार प्रात : 7 बजे तक अस्थायी रूप सील करने के आदेश दिए हैं। इस दौरान सोसायटी से कोई भी बाहर नहीं आ जा सकेगा। सिर्फ आपातकालीन स्थिति में ही व्यक्ति व वाहन को अंदर आने जाने दिया जाएगा।
इस घटना को लेकर सीएमओ डॉ. अनुराग भार्गव ने बताया कि जिस व्यक्ति को आइसोलेशन पर रखा गया था और अब रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसकी पत्नी का सैंपल भी जांच के लिए भेजकर उन्हें भी आइसोलेशन वार्ड में रखा है।
विदित हो कि अब तक शहर में चार पॉजिटिव केस पूर्व में सामने आ चुके हैं। इनमें एक सेक्टर-78, दूसरा सेक्टर-100 व तीसरा सेक्टर- 41 में पाया गया था। इसके अलावा एक केस दिल्ली का है, वह नोएडा की कंपनी में काम करता है। विभाग ने उसे भी अपने रिकॉर्ड में शामिल किया हुआ है। इन तीनों मरीजों को ग्रेटर नोएडा स्थित जिम्स अस्पताल में बने आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। जिले में कोरोना पर काबू पाने के लिए चार जगहों पर क्वारंटाइन वार्ड व आइसोलेशन वार्ड बनाएं गए है। यह वार्ड सेक्टर-30 स्थित चाइल्ड पीजीआइ, सेक्टर- 39 स्थित नया जिला अस्पताल, ग्रेटर नोएडा स्थित जिम्स व गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय में बने अंबेडकर हॉसटल में बनाए गए हैं। यहां हालातों पर काबू पाने के लिए 16 लोगों को निगरानी पर रखा गया है। इनमें चाइल्ड पीजीआइ में 4 व जीबीयू के हॉस्टल में बने वार्ड में कोरोना मरीज की पत्नी समेत 12 लोग भर्ती है। इसके अलावा सेक्टर-39 में कोई मरीज अभी तक भर्ती नहीं किया गया है।
वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना वायरस से प्रभावित दिहाड़ी मजदूरों के लिए आर्थिक मदद का ऐलान किया है। सीएम योगी ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि 15 लाख दिहाड़ी मजदूरों और 20.37 लाख निर्माण श्रमिकों को उनकी दैनिक जरूरतें पूरा करने के लिए यूपी सरकार 1000 रुपये प्रत्येक व्यक्ति के हिसाब से आर्थिक मदद मुहैया कराएगी। इसमें पंजीकृत और अपंजीकृत दोनों तरह के मजदूर शामिल होंगे।