नई दिल्ली । ईद पर जहां सोमवार को जम्मू कश्मीर में शांति के साथ नमाज अता की गई , वहीं दिल्ली में कांग्रेस और भाजपा के नेताओं के बीच अनुच्छेद 370 हटाए जाने को लेकर जुबानी जंग शुरू हो गई । पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने जहां एक बार फिर इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि जम्मू कश्मीर एक मुस्लिम बहुसंख्यक राज्य है , इसलिए वहां से अनुच्छेद 370 को हटा दिया गया , अगर यह एक हिंदू बहुसंख्यक राज्य होता तो यहां से धारा 370 कभी न हटती । चिदंबरम के इस बयानों पर भाजपा के फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह ने पलटवार करते हुए कहा कि तीन तलाक के बाद अनुच्छेद 370 पर कांग्रेस और उनके नेताओं की जो प्रतिक्रिया देश के सामने आई है , उससे कांग्रेस का तुष्टिकरण का चेहरा सामने आ गया है । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशहित में यह फैसला लिया है।
बता दें कि ईद के मद्देनजर जहां जम्मू कश्मीर में कफ्यू में ढील देने के साथ ही कई अन्य तरह की रियासतें लोगों को दी गई , वहीं सोमवार सुबह लोगों ने मस्जिदों में जाकर ईद की नमाज पढ़ी । बड़ी संख्या में लोगों ने मस्जिदों में जाकर एक दूसरे को ईद की बधाई दी , लेकिन कांग्रेस ने इस सब के बीच अनुच्छेद 370 हटाए जाने के मुद्दे को गर्माने की कोशिश की । पूर्व की मनमोहन सरकार में वित्तमंत्री पी चिंदबरम ने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि अगर जम्मू कश्मीर एक मुस्लिम बहुसंख्यक राज्य न होता तो यहां से कभी भी अनुच्छेद 370 हटाए जाने का कोई बिल संसद में नहीं लाया जाता । जम्मू कश्मीर में अशांति फैली हुई है । अंतरराष्टीय मीडिया इसे दिखा रहा है । कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के पीछे सिर्फ धर्म है ।
वहीं इस पर भाजपा नेता गिरिराज सिंह ने पलटवार करते हुए कहा कि केंद्र की सरकार ने जो भी फैसला लिया है उससे जम्मू कश्मीर के लोगों का भला होना है । लेकिन कांग्रेस इस मुद्दे को तुष्टिकरण की राजनीति से जोड़ रही है। पहले तीन तलाक पर कांग्रेस का रुख पूरे देश के सामने आया और अब जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने पर जिस तरह का कांग्रेस का रवैया और रुख नजर आया है , उससे कांग्रेस का असली चेहरा सामने आ गया है।